ETV Bharat / lifestyle

शरीर में आयरन बढ़ाने के लिए खाएं ये रोटी, बनाना भी एकदम आसान, बस आटा गूंथते समय मिला लें यह चीज

सप्ताह में दो से तीन बार चुकंदर की रोटी का सेवन करने से एनीमिया की समस्या दूर हो सकती है. जानें रोटी बनाने का तरीका...

HOW TO MAKE BEETROOT CHAPATI
शरीर में आयरन बढ़ाने के लिए खाएं ये रोटी (ETV Bharat)
author img

By ETV Bharat Hindi Team

Published : 2 hours ago

ऐसा कहा जाता है कि यदि हम अपने आहार पैटर्न में थोड़ा सा बदलाव कर लें, तो कई समस्याओं से बच सकते हैं. जैसे कि हम सभी रोटी चावल, इडली, डोसा, नियमित रूप से खाते हैं, अगर इसी रोजाना खाने वाले फूड आइटम्स में चुकंदर जैसे हेल्दी वेजिटेबल मिला दें, तो यह आपके हेल्थ के लिए काफी अच्छा हो सकता है. हर रोज आप गेहूं के आटे की रोटी बनाते और खाते होंगे. यदि इसी आटे में थोड़ा सा चुकंदर कद्दू कस कर या जूस बनाकर के मिला देंगे, तो यह आपके स्वादऔर सेहत के लिए बेहद अच्छा होगा. इस खबर में जानिए चुकंदर वाली रोटी कैसे बनाई जाए और इसके क्या-क्या फायदे है...

रोटी बनाने के लिए सामग्री की आवश्यकता

चुकंदर – 1

सौंफ - 1 बड़ा चम्मच

गेहूं का आटा - 1 कप

अजवाइन - आधा चम्मच

नमक, पानी, तेल - आवश्यक मात्रा

बनाने की विधि
सबसे पहले चुकंदर को पीसने के लिए एक मिक्सिंग जार डाल दें, आप चाहे तो इसे कद्दू कस भी कर सकते हैं.

अब एक बड़े बर्तन में गेहूं का आटा, नमक, तेल, अजवाइन, चुकंदर रस और जरूरत हो तो पानी डालकर अच्छी तरह गूंद लें और गूंदे हुए आटे को 30 मिनट तक ढककर छोड़ दें.

फिर 30 मिनट बाद जैसे रोज रोटी बनाते हैं उसी प्रकार इसे भी बना लें

गुलाबी रंग की यह आकर्षक चपाती बच्चों को बहुत पसंद आएगी.

चुकंदर खाने के क्या फायदे हैं?

चुकंदर में शरीर के लिए आवश्यक विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट जैसे पोषक तत्व होते हैं.

चुकंदर में मौजूद बीटा सायनिन मस्तिष्क की नसों को आराम देता है और उन्हें पुनर्जीवित करता है.

चुकंदर शरीर में रक्त कोशिकाओं के उत्पादन में मदद करता है. इसी तरह, चुकंदर भी अपने उच्च लौह तत्व के कारण एनीमिया को ठीक करता है.

अध्ययनों से पता चलता है कि चुकंदर का सेवन करने से आपको बेहतर नींद लेने में मदद मिल सकती है. इसमें मौजूद रसायन मस्तिष्क की नसों को आराम देता है और रात को अच्छी नींद देता है. इसके अलावा इसमें मौजूद फोलेट मूड को अच्छा बनाए रखने में मदद करता है.

रोजाना चुकंदर खाने से उच्च रक्तचाप कम हो जाता है.

यह हृदय में रुकावटों और समस्याओं वाले लोगों के लिए भी एक उपाय है.

चुकंदर में नाइट्रेट होते हैं जो शरीर में नाइट्रिक ऑक्साइड में बदल जाते हैं, जो रक्त वाहिकाओं को आराम देते हैं और रक्तचाप को कम करते हैं.

चुकंदर आपकी मांसपेशियों में रक्त के प्रवाह को बढ़ाकर व्यायाम के दौरान आपके दिल और फेफड़ों को बेहतर ढंग से काम करने में मदद कर सकता है।

चुकंदर में कैलोरी कम और फाइबर अधिक होता है, जो आपको भरा हुआ महसूस करने और कम खाने में मदद कर सकता है.

एक अध्ययन में पाया गया है कि चुकंदर खाने जैसे उच्च नाइट्रेट आहार से वृद्ध वयस्कों में मस्तिष्क में ऑक्सीजन का प्रवाह बेहतर हो सकता है.

चुकंदर में फोलेट (विटामिन बी9) होता है, जो रक्त वाहिकाओं को होने वाले नुकसान को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है.

चुकंदर में पोटेशियम, आयरन और विटामिन सी भी भरपूर मात्रा में होता है. चुकंदर खाने से आपका पेशाब और मल लाल या गुलाबी हो सकता है, जिसे बीटुरिया कहते हैं, जो हानिरहित है.

सोर्स-

https://pmc.ncbi.nlm.nih.gov/articles/PMC8565237/

https://www.webmd.com/diet/health-benefits-beetroot

(डिस्क्लेमर: यहां आपको दी गई सभी स्वास्थ्य संबंधी जानकारी और सलाह केवल आपकी जानकारी के लिए है. हम यह जानकारी वैज्ञानिक अनुसंधान, अध्ययन, चिकित्सा और स्वास्थ्य पेशेवर सलाह के आधार पर प्रदान कर रहे हैं. बेहतर होगा कि इन पर अमल करने से पहले आप अपने निजी डॉक्टर की सलाह ले लें.)

ये भी पढ़ें-

ऐसा कहा जाता है कि यदि हम अपने आहार पैटर्न में थोड़ा सा बदलाव कर लें, तो कई समस्याओं से बच सकते हैं. जैसे कि हम सभी रोटी चावल, इडली, डोसा, नियमित रूप से खाते हैं, अगर इसी रोजाना खाने वाले फूड आइटम्स में चुकंदर जैसे हेल्दी वेजिटेबल मिला दें, तो यह आपके हेल्थ के लिए काफी अच्छा हो सकता है. हर रोज आप गेहूं के आटे की रोटी बनाते और खाते होंगे. यदि इसी आटे में थोड़ा सा चुकंदर कद्दू कस कर या जूस बनाकर के मिला देंगे, तो यह आपके स्वादऔर सेहत के लिए बेहद अच्छा होगा. इस खबर में जानिए चुकंदर वाली रोटी कैसे बनाई जाए और इसके क्या-क्या फायदे है...

रोटी बनाने के लिए सामग्री की आवश्यकता

चुकंदर – 1

सौंफ - 1 बड़ा चम्मच

गेहूं का आटा - 1 कप

अजवाइन - आधा चम्मच

नमक, पानी, तेल - आवश्यक मात्रा

बनाने की विधि
सबसे पहले चुकंदर को पीसने के लिए एक मिक्सिंग जार डाल दें, आप चाहे तो इसे कद्दू कस भी कर सकते हैं.

अब एक बड़े बर्तन में गेहूं का आटा, नमक, तेल, अजवाइन, चुकंदर रस और जरूरत हो तो पानी डालकर अच्छी तरह गूंद लें और गूंदे हुए आटे को 30 मिनट तक ढककर छोड़ दें.

फिर 30 मिनट बाद जैसे रोज रोटी बनाते हैं उसी प्रकार इसे भी बना लें

गुलाबी रंग की यह आकर्षक चपाती बच्चों को बहुत पसंद आएगी.

चुकंदर खाने के क्या फायदे हैं?

चुकंदर में शरीर के लिए आवश्यक विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट जैसे पोषक तत्व होते हैं.

चुकंदर में मौजूद बीटा सायनिन मस्तिष्क की नसों को आराम देता है और उन्हें पुनर्जीवित करता है.

चुकंदर शरीर में रक्त कोशिकाओं के उत्पादन में मदद करता है. इसी तरह, चुकंदर भी अपने उच्च लौह तत्व के कारण एनीमिया को ठीक करता है.

अध्ययनों से पता चलता है कि चुकंदर का सेवन करने से आपको बेहतर नींद लेने में मदद मिल सकती है. इसमें मौजूद रसायन मस्तिष्क की नसों को आराम देता है और रात को अच्छी नींद देता है. इसके अलावा इसमें मौजूद फोलेट मूड को अच्छा बनाए रखने में मदद करता है.

रोजाना चुकंदर खाने से उच्च रक्तचाप कम हो जाता है.

यह हृदय में रुकावटों और समस्याओं वाले लोगों के लिए भी एक उपाय है.

चुकंदर में नाइट्रेट होते हैं जो शरीर में नाइट्रिक ऑक्साइड में बदल जाते हैं, जो रक्त वाहिकाओं को आराम देते हैं और रक्तचाप को कम करते हैं.

चुकंदर आपकी मांसपेशियों में रक्त के प्रवाह को बढ़ाकर व्यायाम के दौरान आपके दिल और फेफड़ों को बेहतर ढंग से काम करने में मदद कर सकता है।

चुकंदर में कैलोरी कम और फाइबर अधिक होता है, जो आपको भरा हुआ महसूस करने और कम खाने में मदद कर सकता है.

एक अध्ययन में पाया गया है कि चुकंदर खाने जैसे उच्च नाइट्रेट आहार से वृद्ध वयस्कों में मस्तिष्क में ऑक्सीजन का प्रवाह बेहतर हो सकता है.

चुकंदर में फोलेट (विटामिन बी9) होता है, जो रक्त वाहिकाओं को होने वाले नुकसान को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है.

चुकंदर में पोटेशियम, आयरन और विटामिन सी भी भरपूर मात्रा में होता है. चुकंदर खाने से आपका पेशाब और मल लाल या गुलाबी हो सकता है, जिसे बीटुरिया कहते हैं, जो हानिरहित है.

सोर्स-

https://pmc.ncbi.nlm.nih.gov/articles/PMC8565237/

https://www.webmd.com/diet/health-benefits-beetroot

(डिस्क्लेमर: यहां आपको दी गई सभी स्वास्थ्य संबंधी जानकारी और सलाह केवल आपकी जानकारी के लिए है. हम यह जानकारी वैज्ञानिक अनुसंधान, अध्ययन, चिकित्सा और स्वास्थ्य पेशेवर सलाह के आधार पर प्रदान कर रहे हैं. बेहतर होगा कि इन पर अमल करने से पहले आप अपने निजी डॉक्टर की सलाह ले लें.)

ये भी पढ़ें-

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.