जयपुर. लंबे समय बाद राजस्थान वक्फ बोर्ड को सोमवार को आखिरकार नया अध्यक्ष मिल गया. प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष एवं समाजसेवी खानू खान बुधवाली को वक्फ बोर्ड का नया निर्विरोध अध्यक्ष चुना गया है. बता दें कि खानू खान बुधवाली के अध्यक्ष बनने से ईटीवी भारत की खबर पर एक बार फिर मुहर लगी है. जिला प्रशासन वक्फ बोर्ड अध्यक्ष के उप निर्वाचन का कार्यक्रम घोषित होते ही ईटीवी भारत ने खबर चलाई थी कि खानू खान ही वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष बन सकते हैं. वक्फ बोर्ड अध्यक्ष पद के लिए एकमात्र नामांकन खानू खान बुधवाली का ही आया था.
बता दें कि खानू खान बुधवाली सोमवार को विधायक रफीक खान और पूर्व सांसद अश्क अली टाक के साथ वक्फ बोर्ड कार्यालय पहुंचे थे. सभी कांग्रेसी नेताओं ने खानू खान का नाम पहले से ही तय किया हुआ था. वक्फ बोर्ड कार्यालय पहुंचने के थोड़ी देर बाद ही खानू खान ने वक्फ बोर्ड अध्यक्ष पद के लिए अपना नामांकन दाखिल किया. इस पद के लिए पूरी चुनाव प्रक्रिया के लिए जिला कलेक्टर जगरूप सिंह यादव को चुनाव अधिकारी बनाया गया था.
पढ़ें- राजस्थान वक्फ बोर्ड के निर्विरोध अध्यक्ष बने खानू खान
वहीं, नामांकन के दौरान वक्फ बोर्ड के सभी 9 सदस्य मौजूद थे. खानू खान बुधवाली ने अपना नामांकन चुनाव अधिकारी जागरूप सिंह यादव को सौंपा. नामांकन दाखिल करने का समय सुबह 11 बजे से दोपहर 12 बजे तक का था. इस दौरान एकमात्र नामांकन खानू खान ने ही दाखिल किया.
मीडिया से बात करते हुए खानू खान ने कहा कि राजस्थान सरकार ने उनका नाम तय किया था और सभी वक्फ बोर्ड के सदस्यों ने उनके नाम पर सहमति जताई थी. खानू खान ने कहा कि राजस्थान वक्फ बोर्ड को नया रूप देना उनकी प्राथमिकता रहेगी और जो भी रुके हुए काम हैं वह पूरे करेंगे, चाहे वह विकास का काम हो या शिक्षा से जुड़ा हुआ काम. उन्होंने कहा कि बोर्ड की व्यवस्थाओं को भी नया रूप दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि राजस्थान बोर्ड को दक्षिण क्षेत्र की तरह एक मॉडल वक्फ बोर्ड का रूप देंगे. बुधवाली ने कहा कि इस तरह के वक्फ बोर्ड तमिलनाडु और कर्नाटक में हैं.
पढ़ें- जयपुर : राजस्थान वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष पद के लिए 25 नवंबर को होगा मतदान
खानू खान ने कहा कि पहले चाहे जो भी अध्यक्ष बना हो, लेकिन मेरे अध्यक्ष बनने के बाद वक्फ बोर्ड में आपको परिवर्तन देखने को जरूर मिलेगा. वक्फ संपत्तियों पर होने वाले कब्जे को लेकर उन्होंने कहा कि हम कब्जा करने वालों से समझाइश करेंगे. बता दें कि डेढ़ साल पहले तत्कालीन चेयरमैन अबू बकर नकवी और 2 सदस्यों की सदस्यता हाईकोर्ट ने रद्द कर दी थी, जिसके बाद से वक्फ बोर्ड में ना तो कोई काम हो पाया और ना ही कोई योजना बन पाई. वक्फ बोर्ड 19 हजार से ज्यादा संपत्तियों की देखरेख करता है.
ये हैं वक्फ बोर्ड के सदस्य
सूची में पूर्व सांसद अश्क अली टाक, विधायक रफीक खान, पूर्व सदस्य राजस्थान बार कॉउंसिल नासिर अली नकवी, मुतवल्ली मोहम्मद यूसुफ खान, मुतवल्ली मोहम्मद शौकत कुरेशी, मनोनीत सदस्य समाजसेवी खानू खान बुधवाली, महिला विद्वान अस्मा, डॉ. राणा जैदी और जमील अहमद कुरेशी (आरएएस) शामिल हैं.