जयपुर. केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत (Minister Gajendra Singh Shekhawat on Gehlot Government) ने राजस्थान की वर्तमान सरकार को नकारा करार देते हुए कहा कि केंद्र सरकार द्वारा पेयजल के मामले में राज्य सरकार की भरपूर मदद करने के बावजूद घर-घर पीने का पानी पहुंचाने में राजस्थान देश में 27 नंबर पर पहुंच गया है. रविवार को भाजपा राजस्थान जनप्रतिनिधि संकल्प महासम्मेलन (Rajasthan BJP Janapratinidhi Sankalp Mahasammelan) में शेखावत ने कांग्रेस सरकार को साल 2023 में सत्ता से हटाकर भाजपा का कमल ऐतिहासिक बहुमत के साथ में खिलाने की बात कही.
अपराध की राजधानी
शेखावत ने कहा कि राजस्थान में वर्ष 2018 के चुनाव में थोड़े से मतों के अंतर से हम चूक गए थे. उसका खामियाजा राज्य की जनता पिछले तीन साल से भुगत रही है. राजस्थान आज अपराध की राजधानी (Rajasthan Becomes Crime Capital) बन गया है. महिलाओं के प्रति अपमान, अत्याचार और अपराध की राजधानी के रूप में देश में बदनाम हुआ है. भक्ति और शक्ति का राजस्थान कांग्रेस के कुशासन में कलंकित हुआ है.
जल जीवन मिशन (Jal Jeevan Mission Rajasthan) का जिक्र करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हम राजस्थान के लोग पानी का मोल देश में सबसे ज्यादा जानते हैं. साल 2019 में प्रधानमंत्री जी ने संकल्प लिया कि वर्ष 2024 तक हर घर में नल होगा और नल से जल पहुंचेगा. जहां आजादी के 70 साल में देश के 16 प्रतिशत (19 करोड़ में से 3.23 करोड़) घरों तक पीने का पानी पहुंचा था, वहीं दो साल में जल जीवन मिशन के तहत 5.50 करोड़ नए घरों तक पीने का पानी पहुंचाया गया है. आज देश के 8.5 करोड़ घरों तक पीने का पानी पहुंच रहा है.
राजस्थान में जल जीवन योजना की स्थिति देखकर आंसू निकल जाते हैं- शेखावत
शेखावत ने कहा कि जब मैं यह आंकड़े देखता हूं तो देश-दुनिया के सामने गर्व के साथ खड़े होकर बात करता हूं, लेकिन मुझे राजस्थान में जल जीवन की स्थिति को देखकर दुःख के आंसू आते हैं. उन्होंने कहा कि जल चूंकि राज्य का विषय है. हमने राजस्थान की सरकार को साल 2019-20 में 2000 करोड़, 2020-21 में 2500 करोड़ आवंटित किए. 2019-20 में जो पैसा दिया था, उसमें से 600 करोड़ भी खर्च नहीं हुए. 2020-21 में जो संसाधन राजस्थान सरकार को दिए थे, उसमें पहली किस्त तक वो ले नहीं पाए.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि साल 2021-22 में फिर राजस्थान को 10 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा की राशि का आवंटन किया, लेकिन इस नाकार सरकार के कारण से आज देश में सबसे धीमी गति से जल जीवन मिशन का यदि कहीं काम चल रहा है तो वो यहीं चल रहा है. राजस्थान पीने का पानी पहुंचाने में देश में 27वें नंबर पर है. मुख्यमंत्री और जल संसाधन-पेयजल मंत्री केवल अखबार में बयान देकर व चिट्ठियां लिखकर अपने दायित्व की पूर्ति करना चाहते हैं. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ठीक इसी तरह के हालात प्रधानमंत्री आवास योजना, आयुष्मान भारत योजना, सौभाग्य योजना जैसी योजनाओं के भी हैं.
पिछड़ गया राजस्थान
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राजस्थान जो तीन साल पहले देश के अग्रणी प्रदेशों में होता था, आज पिछड़ते-पिछड़ते देश के आखिरी पांच-छह प्रदेशों में आकर खड़ा हो गया है. राज्य की जनता के इस दुःख-दर्द को मिटाने की जिम्मेदारी भाजपा कार्यकर्ताओं को उठानी पड़ेगी. जब तक इस अराजक, असफल और भ्रष्टाचारी सरकार को हम सड़क पर लाकर बेनकाब करते हुए साल 2023 में सत्ता से हटाकर भाजपा का ऐतिहासिक कमल नहीं खिलाएंगे, तब तक हम निरंतर संघर्ष करेंगे.