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पायलट-गहलोत में खूब चले शब्दों के तीर, गहलोत के '10 मिनट' पर पायलट ने जो कहा...सब देखते रह गए

कांग्रेस के अधिवेशन में मंगलवार को डिप्टी सीएम सचिन पायलट और सीएम अशोक गहलोत के बीच जमकर शब्दों के तीर चले. जब गहलोत ने कहा कि मुझे बोलने के लिए 10 मिनट ही दिए गए हैं तो पायलट ने कहा कि जब तक कांग्रेस का प्रदेशाध्यक्ष मैं हूं तब तक आप जितना चाहें उतना बोल सकते हैं.

jaipur news, जयपुर में कांग्रेस का आधिवेशन
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Published : Oct 1, 2019, 10:14 PM IST

जयपुर. महात्मा गांधी की 150वीं जन्म शताब्दी के अवसर पर मंगलवार को राजस्थान कांग्रेस का विशेष अधिवेशन आयोजित हुआ. जहां मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट और प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे समेत तमाम बड़े नेता मौजूद रहे. इस दौरान एक बार फिर से राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट के बीच शब्दों के तीर चले.

कांग्रेस के अधिवेशन में चले शब्दों के तीन

दरअसल, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जब अपनी बात रखने मंच पर पहुंचे तो उन्होंने कहा कि उन्हें 10 मिनट बोलने का समय दिया गया है और वो उसी समय में अपनी बात पूरी करेंगे. इसके बाद जब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट के बोलने का अवसर आया तो पायलट भी पिछे नहीं रहे. पीसीसी चीफ ने अशोक गहलोत का नाम लेकर कहा कि वो जब तक प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष हैं तब तक आप कितनी देर भी बोल सकते हैं.

पढ़ें : टीचर की मार के डर से घबराई 8वीं की छात्रा ने रची अपने ही अपहरण की कहानी, पुलिस भी रह गई दंग

इसके आगे बोलते हुए पायलट ने कहा कि अगर पार्टी में कुछ सही नहीं चल रहा है तो ऐसे में मुझमें सुनने की और आप में बोलने की शक्ती होनी चाहिए. आप बोलने की ताकत नहीं रखते तो आप जनता की आवाज नहीं उठा सकते और अगर मैं सुन नहीं सकता हूं...इसके आगे बोलते हुए पायलट ने अपने पिता राजेश पायलट का उदाहरण देते हुए कहा कि उनके पिता से उन्होंने सीखा है कि जो मन में आए वो बोलना चाहिए और पद पर चिपके रहने की भावना किसी में नहीं होनी चाहिए. पायलट के इस बयान को एक बार फिर से पायलट-गहलोत के बीच चल रही रस्साकस्सी को सामने कर दिया है.

जयपुर. महात्मा गांधी की 150वीं जन्म शताब्दी के अवसर पर मंगलवार को राजस्थान कांग्रेस का विशेष अधिवेशन आयोजित हुआ. जहां मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट और प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे समेत तमाम बड़े नेता मौजूद रहे. इस दौरान एक बार फिर से राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट के बीच शब्दों के तीर चले.

कांग्रेस के अधिवेशन में चले शब्दों के तीन

दरअसल, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जब अपनी बात रखने मंच पर पहुंचे तो उन्होंने कहा कि उन्हें 10 मिनट बोलने का समय दिया गया है और वो उसी समय में अपनी बात पूरी करेंगे. इसके बाद जब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट के बोलने का अवसर आया तो पायलट भी पिछे नहीं रहे. पीसीसी चीफ ने अशोक गहलोत का नाम लेकर कहा कि वो जब तक प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष हैं तब तक आप कितनी देर भी बोल सकते हैं.

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इसके आगे बोलते हुए पायलट ने कहा कि अगर पार्टी में कुछ सही नहीं चल रहा है तो ऐसे में मुझमें सुनने की और आप में बोलने की शक्ती होनी चाहिए. आप बोलने की ताकत नहीं रखते तो आप जनता की आवाज नहीं उठा सकते और अगर मैं सुन नहीं सकता हूं...इसके आगे बोलते हुए पायलट ने अपने पिता राजेश पायलट का उदाहरण देते हुए कहा कि उनके पिता से उन्होंने सीखा है कि जो मन में आए वो बोलना चाहिए और पद पर चिपके रहने की भावना किसी में नहीं होनी चाहिए. पायलट के इस बयान को एक बार फिर से पायलट-गहलोत के बीच चल रही रस्साकस्सी को सामने कर दिया है.

Intro:मुख्यमंत्री कांग्रेस के अधिवेशन में कहा मुझे बोलने को 10 मिनट ही दिये तो पायलट ने कहा कि मै जब तक कांग्रेस का अध्यक्ष तब तक आप जितना चाहे उतना बोले,वही खूद चलाये शब्दों की वाण भी पायलट बोले अगर आप बोलने की शक्ती नही रखते तो जनता की आवाज नही उठा सकते और आपमें बोलने की ताकत नही तो शासन नही कर सकते ,बोले पद पर के रहने की भावना किसी में नहीं होनी चाहिएBody: महात्मा गांधी की 150 वी जन्मशताब्दी के अवसर पर आज राजस्थान कांग्रेस का विशेष अधिवेशन आयोजित हुआ इस अधिवेशन में जहां मुख्यमंत्री अशोक गहलोत , प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट प्रदेश प्रभारी अविनाश पाण्डे समेत तमाम बडे नेता मौजुद रहें।इस दौरान एक बार फिर से राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट के बीच मे शब्दों के वाण चले दरअसल मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जब अपनी बात रखने मंच पर पहुचे तो उन्होने कहा कि उन्हे 10 मिनट बोलने का समय दिया गया है और वो उसी समय में अपनी बात पूरी करेंगे इसके बाद जब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट के बोलने का अवसर आया तो पायलट भी पिछे नही रहे पायलट ने अशोक गहलोत का नाम लेकर कहा कि वो जब तक प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष है तब तक आप कितनी देर भी बोल सकते हैं ।इसके आगे बोलते हुए पायलट ने कहा कि अगर पार्टी में कुछ सही नही चल रहा है तो ऐसे में मुझमें सुनने की और आपमें बोलने की शक्ती होनी चाहिए अगर आप बोलने की ताकत नही रखते तो आप जनता की आवाज नही सुन सकते और अगर मै सुन नही सकता हुं इसके आगे बोलते हुए पायलट ने अपने पिता राजेश पायलट का उदारण देते हुए कहा कि उनके पिता से उन्होने सीखा है कि जो मन में आये वो बोलना चाहिए और पद पर चिपके रहने की भावना किसी में नही होनी चाहिए।पायलट के इस बयान को एक बार फिर से पायलट गहलोत के बीच चल रही रस्साकस्सी को सामने कर दिया है।
बाइट अशोक गहलोत मुख्यमंत्री राजस्थान सरकार
बाइट सचिन पायलट प्रदेशाध्यक्ष राजस्थान कांग्रेस Conclusion:
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