जयपुर. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी ने 12 मार्च 1930 को नमक सत्याग्रह के लिए अहमदाबाद के साबरमती आश्रम से दांडी यात्रा शुरू की थी और 240 किलोमीटर की यात्रा कर 6 अप्रैल 1930 को दांडी समुद्र तट पर नमक बनाकर अंग्रेजों द्वारा बनाए गए नमक कानून को तोड़ा था. इस मार्च में गांधीजी के साथ सभी वर्गाेंं और जातियों के लोग शामिल थे.
गांधी जी के साथ 81 सत्याग्रहियों ने 240 किलोमीटर की यात्रा पूरी कर दांडी में नमक कानून तोड़ा था. दांडी मार्च में 3 सत्याग्रही राजस्थान (तत्कालीन राजपूताना क्षेत्र) के मदनमोहन चतुर्वेदी, सुल्तान सिंह एवं नारायण दत्त भी शामिल थे. प्रदेश के कला एवं संस्कृति विभाग द्वारा दांडी मार्च 91वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में 12 मार्च को गांधी जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया जाएगा. साथ ही जवाहर कला केन्द्र में खादी चरखा प्रदर्शनी, कार्यशाला, कला शिविर और कला धारा की प्रस्तुति सहित अन्य कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे.
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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी. गहलोत ने कहा, भगवान शिव ऊर्जा और शक्ति के प्रेरणा स्त्रोत हैं. उन्होंने सृष्टि के कल्याण के लिए विष को अपने कण्ठ में धारण कर लिया था. भगवान शिव हमें त्याग, समर्पण और प्राणी मात्र के कल्याण के लिए सदैव तत्पर रहने की प्रेरणा देते हैं. मुख्यमंत्री ने कामना की है कि प्रदेशवासियों पर भगवान भोलेनाथ की कृपा हमेशा बनी रहे और उनके आशीर्वाद से सभी उन्नति एवं खुशहाली के पथ पर बढ़ते रहें.