जयपुर. प्रदेश में बढ़ते अपराधों के आंकड़ों को लेकर (Crime in Rajasthan) राजनीति करने वालों को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जवाब दिया है. मुख्यमंत्री ने कहा है कि हमने FIR पंजीकृत करना अनिवार्य किया है. ऐसे में आंकड़े भी बढ़ेंगे ही लेकिन हमारी सरकार की प्राथमिकता लोगों को न्याय दिलवाना है. ऐसे में आंकड़े बढ़ते हैं तो हमें कोई फर्क नहीं पड़ेगा. रविवार को सीएमआर में हुए विकास कार्यों के लोकार्पण और शिलान्यास कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम ने यह बात कही.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि जब हमारी सरकार ने एफआईआर पंजीकृत करना अनिवार्य किया तो पीड़ित पक्ष की सुनवाई होना भी सुनिश्चित हुआ. गहलोत ने कहा कि इसे लेकर कुछ लोग जबरन माहौल बना रहे हैं, जो गलत है. मुख्यमंत्री ने मीडिया को लेकर कहा कि कुछ मीडिया वाले बिना सोचे समझे खबरें छाप देते हैं और स्टेटमेंट लगा देते हैं लेकिन मैं उन्हें कहूंगा कि मामले की सच्चाई में जाएं और फिर छापे और आलोचना करें.
गहलोत ने कहा कि हमारी इस फैसले के बाद राजस्थान में अपराध के मामलों में कमी आई है. गहलोत ने इस दौरान बलात्कार के मामलों (rape cases in Rajasthan) का उदाहरण दिया और कहा पहले बलात्कार के मामलों में 156 तीन के तहत लोअर कोर्ट से आदेश लेना होता था और फिर जांच शुरू होती थी लेकिन अब सीधे जांच शुरू होती है. ऐसे में जो मामले पहले 33% तक थे. अब घटकर 15 परसेंट ही रह गए हैं.
NCRB की रिपोर्ट के पहले पृष्ठ पर अंकित इस तथ्य को भी बताया
मुख्यमंत्री ने कहा कि नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़ों का तो हवाला देकर माहौल बनाया जा रहा है लेकिन इसी ब्यूरो की रिपोर्ट के पहले पेजों को यदि पढ़े तो उसमें ही लिखा है कि अपराधों की वृद्धि और अपराधों के पंजीयन में अंतर है मुख्यमंत्री ने कहा इस रिपोर्ट में यह भी लिखा है कि अलग-अलग राज्यों की प्रचलित नीतियों और फैसलों के आधार पर आंकड़ों की तुलना अलग-अलग राज्यों से नहीं किया जाना चाहिए.
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झूठी एफआईआर भी चिंता का विषय
सीएम मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने FIR पंजीकरण की बाध्यता की तो तारीफ की लेकिन यह भी कहा कि देश भर में झूठे मुकदमे दर्ज होने का 37% राजस्थान में ही है, जो जो चिंता का विषय है. गहलोत के अनुसार इस मामले में भी हमें देखना होगा कि झूठे मुकदमें (CM Gehlot on Fake FIR) दर्ज ना हो.
पुलिस थानों में स्वागत कक्ष भी है आमजन और पुलिस को मैसेज
सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि हमारी सरकार में पुलिस थानों में स्वागत कक्ष भी बनाए जा रहे हैं. उसके पीछे मकसद यही है कि थानों में शिकायत लेकर आने वाले व्यक्ति के साथ सही व्यवहार हो. गहलोत ने कहा कि थानों में अधिकतर व्यक्ति तो इस कारण ही नहीं पहुंचते हैं कि उन्हें लगता है कि सही व्यवहार नहीं होता. गहलोत ने कहा कि सरकार यदि पुलिस थानों में स्वागत कक्ष बना रही है. यह पुलिस वालों के लिए भी और आमजन के लिए भी मैसेज है. पुलिस के लिए मैसेज यही है कि थाने में आने वाले हर व्यक्ति से सही व्यवहार और शालीनता से व्यवहार करें.
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वर्चुअल तरीके से कार्यक्रम से बचा समय और रुपए, टॉप ट्रेंड में रहा 3 साल राजस्थान खुशहाल
सीएम मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वर्चुअल तरीके से किए जा रहे कार्यक्रमों की भी सराहना की. इसके फायदे भी गिनाए. गहलोत ने कहा ही यदि इस प्रकार के कार्यक्रम मंत्री अलग-अलग जिलों में जाकर करते तो उसके प्रबंधन में लाखों रुपए खर्च होते, जो इस प्रकार के कार्यक्रमों से बच गए. गहलोत ने कहा कि शनिवार को हमारे कार्यक्रम हैशटैग 3 साल राजस्थान खुशहाल ट्विटर पर टॉप ट्रेंड में रहा. आज के इस कार्यक्रम को भी लाखों लोग ऑनलाइन देख रहे हैं.
50 करोड़ रुपये ग्रामीण ओलंपिक पर करेंगे खर्च- गहलोत
अशोक गहलोत ने कहा कि अभी राजस्थान में ग्रामीण ओलंपिक गेम (Rural Olympic Games in Rajasthan) शुरू हो रहे हैं उसमें करीब 26 लाख बच्चे वह लोगों ने रजिस्ट्रेशन करवा लिया है मुख्यमंत्री के अनुसार इस पर राजस्थान सरकार करीब 50 करोड़ रुपये खर्च करेगी. गहलोत ने सभी जनप्रतिनिधियों से इसके प्रचार-प्रसार में जुटने को कहा. गहलोत ने कहा इसमें 70 साल तक के लोग शामिल हो सकते हैं.