जयपुर. लंबी रस्साकशी के बाद प्रदेश की गहलोत सरकार ने दो साल के लिए ही सही लेकिन बोर्ड, निगमों और आयोगों के चेयरमैन नियुक्त कर दिए. सरकार के साथ नवनियुक्त अध्यक्षों और उपाध्यक्षों के पास भी ज्यादा समय नहीं है . ऐसे में सीएम गहलोत ने सभी को जी जान से काम मे जुटने के निर्देश दिए हैं.
दरअसल हाल ही में बोर्ड-निगम और आयोगों में चेयरमैन बनाए गए 11 विधायकों सहित 58 नेताओं की शुक्रवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Gehlot meeting with the newly appointed board corporations) ने बैठक ली. सीएम आवास पर हुई बैठक (CM Gehlot meeting CM residence) में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से सभी चेयरमैन की शिष्टाचार मुलाकात थी. इस दौरान प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा भी मौजूद रहे. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने तमाम बोर्ड- निगमों और आयोगों के चेयरमैन को मुबारकबाद देते हुए उन्हें प्रदेश की जनता के लिए जी जान से काम करने के निर्देश दिए .
साथ यह भी निर्देश दिए कि बोर्ड-निगम और आयोग के चेयरमैन सरकार के साथ मिलकर जनता के दुख दर्द तकलीफों को दूर करने के साथ ही सरकार की योजनाओं को भी आमजन तक पहुंचाएं. गहलोत ने कहा कम समय में ज्यादा और उम्मीदों को पूरा करने वाला काम करना है. कई बोर्ड, निगमों और आयोगों में पेंडेंसी भी ज्यादा है. ऐसे में नियमित कार्य को गति देकर काम का जल्द निस्तारण करें.
गहलोत ने कहा कि आप लोगों के काम काज से जनता के बीच एक सकारात्मक संदेश जाना चाहिए . प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि बोर्ड-निगम और आयोगों के चेयरमैन केवल सुख सुविधाओं के लिए नहीं बल्कि जनता के बीच जाकर काम करें. जिससे कि प्रदेश में एक बार फिर कांग्रेस की सरकार बन सके. इससे पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बोर्ड-निगम और आयोगों में एडजस्ट किए गए नेताओं से अलग-अलग मुलाकात की और उन्हें शुभकामनाएं दी. बात दें कि सोमवार रात सरकार ने विभिन्न बोर्ड-निगम और आयोगों में 58 नेताओं को चेयरमैन बनाया था जिनमें 11 विधायक भी शामिल हैं .