जयपुर. किसान आंदोलन के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आंदोलनकारियों को आंदोलनजीवी करार दिया. इसके बाद कांग्रेस नेता भाजपा पर लगातार निशाना साध रहे हैं. दिल्ली से लेकर राजस्थान तक कांग्रेस नेताओं ने पीएम मोदी के इस बयान को लोकतंत्र विरोधी सोच करार दिया. प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी पीएम मोदी के बयान पर सोशल मीडिया के जरिए निशाना साधा.
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आजादी से पूर्व RSS स्वतंत्रता आंदोलन से और आजादी के बाद जनसंघ और भाजपा ने जनहित आंदोलनों से हमेशा दूरी बनाए रखी इसलिए वो आंदोलनों का महत्व नहीं समझते। 100 से ज्यादा किसानों की मौत पर एक शब्द बोलने की बजाय पीएम मोदी ने उनकी शहादत का मजाक उड़ाने का प्रयास किया है जो निंदनीय है।
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— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) February 9, 2021
सीएम गहलोत ने ट्वीट कर कहा कि महात्मा गांधी देश की मांगों के लिए अंग्रेजों के खिलाफ आंदोलन करते थे. अहिंसक आंदोलने के दम पर ब्रिटिश साम्राज्य को भारत से खदेड़ने वाले गांधीजी के देश में आंदोलन कर रहे लोगों को पीएम की ओर से आंदोलनजीवी कहना उनकी लोकतंत्र विरोधी सोच का सबूत है. भारत की बुनियाद आंदोलनों से बनी है.
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उन्होंने कहा कि आजादी से पूर्व आरएसएस स्वतंत्रता आंदोलन से और आजादी के बाद जनसंघ और भाजपा ने जनहित आंदोलनों से हमेशा दूरी बनाए रखी, इसलिए वो आंदोलनों का महत्व नहीं समझते. 100 से ज्यादा किसानों की मौत पर एक शब्द बोलने की बजाय पीएम मोदी ने उनकी शहादत का मजाक उड़ाने का प्रयास किया है जो निंदनीय है.
गौरतलब है कि संसद के बजट सत्र में सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा में संबोधित किया. यहां पीएम मोदी ने किसान आंदोलन में शामिल बाहरी लोगों को लेकर कहा कि श्रमजीवी और बुद्धिजीवियों के बीच एक नई जमात अब सामने आ रही है जिनका नाम आंदोलनजीवी है. ये छात्रों का आंदोलन हो या किसानों का या और कोई हर जगह पहुंच जाते हैं. उन्होंने कहा कि ये आंदोलनजीवी लोगों को गुमराह करने का काम करते हैं.