जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कोरोना की दूसरी लहर में बिना लक्षण वाले मरीजों के सामने आने पर चिंता जाहिर की है. गहलोत ने प्रदेश के लोगों से हेल्थ प्रोटोकॉल की पालना करने की अपील की है. सीएम ने कहा कि कोरोना की इस दूसरी लहर में आ रहे अधिकांश मरीज बिना लक्षणों वाले (असिंप्टोमैटिक) हैं, पहले मरीज में लक्षण दिखते थे, जिससे उनकी पहचान कर क्वारंटीन करना आसान था.
सीएम गहलोत ने कहा कि बिना लक्षणों वाले मरीजों की पहचान बिना टेस्ट के मुश्किल है. ऐसे मरीज को स्वयं के संक्रमित होने का भी अंदाजा नहीं होता. असिंप्टोमैटिक मरीज जानकारी के अभाव में बिना प्रोटोकॉल का पालन किए घूमते रहते हैं, जिससे दूसरे लोगों में तेजी से संक्रमण फैलता है. ऐसी परिस्थिति में सभी लोगों को कोविड प्रोटोकॉल का गंभीरता से पालन करना चाहिए, लेकिन आमजन कोविड प्रोटोकॉल के पालन में लापरवाही कर रहे हैं.
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कोरोना के एक्टिव मामले बढ़े
गहलोत ने कहा कि प्रदेश में 16 फरवरी को एक दिन में कोरोना के सिर्फ 60 नए मामले आए थे, लेकिन 1 अप्रैल को 1350 मामले आए हैं. 23 फरवरी को कुल एक्टिव केस 1195 रह गए थे, लेकिन 1 अप्रैल को ये संख्या बढ़कर 9563 हो गई है. 24 फरवरी को केस डबलिंग टाइम 2521 दिन था, जो अब 270 दिन हो गया है.
गहलोत ने फिर की अपील
सीएम गहलोत ने कहा कि अभी कोरोना वायरस भी पहले से खतरनाक हो गया है. ऐसे में हम सभी को गंभीरता दिखानी होगी. गहलोत ने आमजन से मास्क लगाने, हाथ धोने और सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने के प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करने की अपील की है. उन्होंने कहा कि थोड़ी सी लापरवाही भी किसी की जान जाने का कारण बन सकती है.