जयपुर. राजस्थान के तीन नगर निगमों में गुरुवार को मतदान संपन्न हुआ लेकिन अब मुख्य सचेतक महेश जोशी ने निगम चुनाव की निष्पक्षता पर सवाल उठाए हैं. जोशी का कहना है कि उनकी अंगुली पर जो स्याही लगाई गई है, वह स्याही 24 घंटे से भी कम समय में मिट गई है. ऐसे में उन्होंने चुनाव आयोग से जांच की मांग की है.
राजस्थान में अभी 6 नगर निगमों की चुनाव प्रक्रिया चल रही हैं. इनमें से तीन नगर निगम में गुरुवार को मतदान हो चुका है. जिनमें जयपुर का नगर निगम हेरिटेज भी शामिल है. मतदान के नतीजे 3 नवंबर को आएंगे लेकिन गुरुवार को हुए मतदान की निष्पक्षता पर सवाल खड़े हुए हैं और सवाल भी किसी और ने नहीं बल्कि राजस्थान विधानसभा के मुख्य सचेतक महेश जोशी ने खड़े किए हैं. दरअसल, महेश जोशी ने गुरुवार को अपना मत दिया था. जिसके बाद उनकी अंगुली पर जो स्याही लगाई गई है, वह स्याही 24 घंटे से भी कम समय में मिट गई है. महेश जोशी ने कहा कि जो स्याही उनकी अंगुली पर लगाई गई, वह साधारण स्याही है. जबकि चुनाव में इस स्याही के इस्तेमाल पर पूरी तरीके से रोक है.
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उन्होंने कहा कि मतदान देने के बाद अमिट स्याही का इस्तेमाल किया जाता है लेकिन कल हुए चुनाव में कई जगह अमित स्याही का इस्तेमाल किया गया तो कई जगह साधारण स्याही का. जोशी ने चुनाव की निष्पक्षता पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि राजस्थान के इलेक्शन कमीशन को यह विचार करना चाहिए कि इस स्याही का इस्तेमाल चुनावो में कैसे हुआ. उन्होंने कहा कि चुनाव प्रक्रिया का कोई भी हिस्सा अगर निष्पक्ष नहीं है तो चुनाव की निष्पक्षता पर सवाल खड़े होते हैं. मुख्य सचेतक ने कहा कि राजस्थान के मुख्य चुनाव आयुक्त से इस मामले की जांच की मांग की है.
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गौरतलब है कि ईटीवी भारत ने कल मतदान के समय भी एक्सपायर डेट इंक के इस्तेमाल की बात कही थी लेकिन मुख्य सचेतक महेश जोशी ने तो एक्सपायर डेट की इंक के इस्तेमाल से आगे साधारण इंक का चुनाव में इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है. बता दें कि महेश जोशी जब कल मतदान करने गए थे तो मतदान केंद्र पर जाने पर उन्हें पता लगा था कि उनका मतदान केंद्र बदल दिया गया है. जिस पर भी उन्होंने नाराजगी जताई थी.