जयपुर. मुख्य सचिव निरंजन आर्य ने मंगलवार को राजस्थान स्टेट माइंस एण्ड मिनरल्स लिमिटेड की समीक्षा बैठक ली. बैठक में मुख्य सचिव ने निर्देश दिये कि खनिजों का उत्पादन गुणवत्ता के साथ किया जाए.
साथ ही उन्होंने निम्न श्रेणी के मिनरल्स के मूल्यवर्धन, नवाचार तकनीक का प्रयोग कर राजस्व अर्जित करने के निर्देश दिये. विपणन के लिए प्रतिस्पर्धी परिस्थितियों को देखते हुए नवीन तकनीक यथा ई-ऑक्शन के माध्यम से रॉक फॉस्फेट और अन्य खनिजों का विपणन बढ़ाने के भी निर्देश दिए.
उन्होंने खनिजों के भंडार को नवीन तकनीक से सर्वेक्षण कर उत्पादन को बढ़ाने, राजस्थान स्टेट माइंस एण्ड मिनरल्स लिमिटेड में रॉक फॉस्फेट की घरेलू मांग की आपूर्ति का लक्ष्य 50 प्रतिशत तक करने का लक्ष्य दिया.
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उन्होंने कहा कि इससे विदेशी मुद्रा के साथ राजस्व में बढ़ोतरी होगी. मुख्य सचिव ने यह भी निर्देश दिये गये कि पोटाश खनिज के सर्वेक्षण एवं खनन पर भी विशेष ध्यान दिया जाए. अगर खनिजों का दोहन एवं विपणन अधिक मात्रा में होगा तो राज्य के विकास में सहयोग के साथ-साथ विभिन्न क्षेत्रों में स्थानीय निवासियों को रोजगार के अवसर भी प्राप्त होंगे.
दरअसल खनिजों का उत्पादन और गुणवत्ता को लेकर लगातार सवाल उठ रहे थे. इस बीच मुख्य सचिव ने यह अहम बैठक लेकर आवश्यक निर्देश दिए.