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Ashok Gehlot on Corona Vaccination : डोज नहीं लगवाना अधिकार नहीं, वैक्सीनेशन कराना ही पड़ेगा.. - कोरोना रिव्यू मीटिंग में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत

कोरोना रिव्यू मीटिंग में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Chief Minister Ashok Gehlot in Corona review meeting) ने कहा है कि वैक्सीन नहीं लगाने का निर्णय उस व्यक्ति का अधिकार नहीं है, क्योंकि अगर वह संक्रमित होता है तो समाज में संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ता है.

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Published : Nov 27, 2021, 7:59 PM IST

जयपुर. कोविड को लेकर सीएम अशोक गहलोत की अध्यक्षता में बैठक (CM Ashok Gehlot corona review meeting) हुई. बैठक में सीएम गहलोत ने दिया वैक्सीन की दूसरी डोज (second dose of vaccine) पर जोर देते हुए कहा, इसे अभियान के रुप में लिया जाए.

सीएम ने कहा कि बूस्टर डोज के लिए केन्द्र सरकार को भी कहा गया है , लेकिन अभी केन्द्र का इसे लेकर कोई विचार नहीं है. उन्होंने साफ कर दिया कि जब तक दूसरी डोज लगेगी तभी तो बूस्टर डोज भी लग पाएगी. गहलोत ने कहा कि प्रदेश में दूसरी डोज पर काम करने की जरूरत है. वैरिएंट्स का मिजाज समझ में नहीं आ रहा है. लेकिन दोनों डोज लगवाने वाले लोगों की मौत की संख्या कम है. अमेरिका जैसे देशों में इसे लेकर सख्ती हो रही है.

सीएम ने कहा कि लापरवाही करने वालों को दुनिया भर में नौकरी से निकाला जा रहा है. वैक्सीन को लेकर घर-घर दस्तक अभियान (ghar ghar dastak abhiyaan) को आगे बढाएं. इसको लेकर सख्ती करनी पड़े तो करनी पड़ेगी.

भय बिना प्रीति नहीं होती है

सीएम गहलोत ने कहा कि भय बिना प्रीति नहीं होती है. वैक्सीन नही लगवाने का निर्णय उस एक व्यक्ति का हक नही है. अगर वह व्यक्ति संक्रमित होता है तो समाज पर उसका व्यापक असर पड़ता है. लोगों में संक्रमण फैलता है. ऐसे में हर व्यक्ति को वैक्सीन की दोनों डोज लगाना जरूरी है. सरकार का कर्तव्य है कि वह दूसरी डोज के लिए लोगों को प्रेरित करे और तैयारी रखे.

केंद्र की बिना अनुमति नहीं लगा सकते कोरोना की बूस्टर डोज

बैठक में इस बात को लेकर सुझाव आया कि राजस्थान सरकार के पास वैक्सिंग की डोज उपलब्ध है तो उन्हें फ्रंटलाइन लाइन वर्क्स को बूस्टर डोज (Corona booster dose) लगानी शुरू कर देनी चाहिए. इस पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि भारत सरकार की गाइडलाइन के अनुसार ही काम करना पड़ता है. वैक्सीन का पूरा काम भारत सरकार ही देख रही है. बिना अनुमति के तीसरी डोज नहीं लगा सकते.

सुधीर भंडारी के पास नहीं मिले आंकड़े

कोरोना रिव्यू मीटिंग में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Chief Minister Ashok Gehlot in Corona review meeting) ने कहा कि प्रदेश में कोरोना से प्रभावित कितने लोगों को लाभ पहुंचाया गया, इस पर सुधीर भंडारी के पास आंकड़े नहीं थे. इस दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि मुझे पता है कि आप के पास आंकड़े नहीं है. इसके बाद फाइनेन्स सेकेट्री अखिल अरोड़ा ने लाभार्थियों के आंकड़े बताये. कोविड को लेकर सीएम की अध्यक्षता में हुई बैठक में डेंगू को लेकर भी चर्चा हुई. सीएम गहलोत ने डेंगू के बढ़ते मामलों पर चिन्ता जताई.

जयपुर. कोविड को लेकर सीएम अशोक गहलोत की अध्यक्षता में बैठक (CM Ashok Gehlot corona review meeting) हुई. बैठक में सीएम गहलोत ने दिया वैक्सीन की दूसरी डोज (second dose of vaccine) पर जोर देते हुए कहा, इसे अभियान के रुप में लिया जाए.

सीएम ने कहा कि बूस्टर डोज के लिए केन्द्र सरकार को भी कहा गया है , लेकिन अभी केन्द्र का इसे लेकर कोई विचार नहीं है. उन्होंने साफ कर दिया कि जब तक दूसरी डोज लगेगी तभी तो बूस्टर डोज भी लग पाएगी. गहलोत ने कहा कि प्रदेश में दूसरी डोज पर काम करने की जरूरत है. वैरिएंट्स का मिजाज समझ में नहीं आ रहा है. लेकिन दोनों डोज लगवाने वाले लोगों की मौत की संख्या कम है. अमेरिका जैसे देशों में इसे लेकर सख्ती हो रही है.

सीएम ने कहा कि लापरवाही करने वालों को दुनिया भर में नौकरी से निकाला जा रहा है. वैक्सीन को लेकर घर-घर दस्तक अभियान (ghar ghar dastak abhiyaan) को आगे बढाएं. इसको लेकर सख्ती करनी पड़े तो करनी पड़ेगी.

भय बिना प्रीति नहीं होती है

सीएम गहलोत ने कहा कि भय बिना प्रीति नहीं होती है. वैक्सीन नही लगवाने का निर्णय उस एक व्यक्ति का हक नही है. अगर वह व्यक्ति संक्रमित होता है तो समाज पर उसका व्यापक असर पड़ता है. लोगों में संक्रमण फैलता है. ऐसे में हर व्यक्ति को वैक्सीन की दोनों डोज लगाना जरूरी है. सरकार का कर्तव्य है कि वह दूसरी डोज के लिए लोगों को प्रेरित करे और तैयारी रखे.

केंद्र की बिना अनुमति नहीं लगा सकते कोरोना की बूस्टर डोज

बैठक में इस बात को लेकर सुझाव आया कि राजस्थान सरकार के पास वैक्सिंग की डोज उपलब्ध है तो उन्हें फ्रंटलाइन लाइन वर्क्स को बूस्टर डोज (Corona booster dose) लगानी शुरू कर देनी चाहिए. इस पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि भारत सरकार की गाइडलाइन के अनुसार ही काम करना पड़ता है. वैक्सीन का पूरा काम भारत सरकार ही देख रही है. बिना अनुमति के तीसरी डोज नहीं लगा सकते.

सुधीर भंडारी के पास नहीं मिले आंकड़े

कोरोना रिव्यू मीटिंग में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Chief Minister Ashok Gehlot in Corona review meeting) ने कहा कि प्रदेश में कोरोना से प्रभावित कितने लोगों को लाभ पहुंचाया गया, इस पर सुधीर भंडारी के पास आंकड़े नहीं थे. इस दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि मुझे पता है कि आप के पास आंकड़े नहीं है. इसके बाद फाइनेन्स सेकेट्री अखिल अरोड़ा ने लाभार्थियों के आंकड़े बताये. कोविड को लेकर सीएम की अध्यक्षता में हुई बैठक में डेंगू को लेकर भी चर्चा हुई. सीएम गहलोत ने डेंगू के बढ़ते मामलों पर चिन्ता जताई.

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