जयपुर. राजस्थान में दोनों चरणों के लोकसभा चुनाव संपन्न हो चुके हैं. अब हर पार्टी को 23 मई को आने वाले नतीजों का इंतजार है. लेकिन एक ओर जहां लोकसभा चुनाव के परिणामों का इंतजार है, तो वहीं प्रदेश में उपचुनाव भी सरकार के कामकाज की परीक्षा साबित होने जा रहे हैं, और वह भी लोकसभा चुनाव के परिणामों से पहले.
दरअसल, प्रदेश में तीन जगहों पर प्रधान के लिए उपचुनाव होना है. वैसे तो इन चुनाव को बड़ा चुनाव नहीं माना जाता है, लेकिन राजस्थान में सरकार कांग्रेस की है, ऐसे में तीन जगह होने वाले उपचुनाव के परिणाम सरकार के कामकाज के प्रति लोगों के मत का रुझान होगा. इसके लिए कांग्रेस पार्टी ने तैयारी भी शुरू कर ली है. 17 मई को झुंझुनूं जिले की सूरतगढ़ पंचायत समिति, बांसवाड़ा जिले की कुशलगढ़ पंचायत समिति और जैसलमेर की सांकड़ा पंचायत समिति में प्रधान का उपचुनाव होना है.
कांग्रेस ने उपचुनाव की जिम्मेदारी इन विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस के प्रत्याशी रहे या चुनाव जीत चुके नेताओं को दी है. ताकि वह अपने स्तर पर ही जीत दर्ज करवाएं. जहां सूरतगढ़ की जिम्मेदारी श्रवण कुमार को दी गई है, तो वहीं सांकड़ा की जिम्मेदारी मंत्री सालेह मोहम्मद को दी है, इन दोनों जगहों के सिंबल इन्हीं नेताओं को दिए गए हैं. और चुनाव जिताने की जिम्मेदारी भी इन्हीं नेताओं की तय की गई है.