जयपुर. कोरोना संक्रमण की वजह से देश की आर्थिक स्थिति बिगड़ चुकी है. व्यापारियों, दुकानदारों से लेकर मजदूरों की हालत बेहद खराब है. ऐसे में राजनीतिक पार्टियां भी बिजली और पानी के बिलों में राहत देने की माांग कर रही हैं. इस कड़ी में बहुजन समाज पार्टी ने भी पानी और बिजली की बिल माफ करने की मांग राज्यपाल से की है. इस संबंध में बहुजन समाज पार्टी ने शुक्रवार को राज्यपाल के नाम जिला कलेक्टर अंतर सिंह नेहरा को ज्ञापन सौंपा. प्रदेश अध्यक्ष भगवान सिंह बाबा के नेतृत्व में बहुजन समाज पार्टी ने यह ज्ञापन दिया.
प्रदेश अध्यक्ष भगवान सिंह बाबा ने बताया कि गरीब परिवारों का चार महीने यानी मार्च-अप्रैल-मई-जून का बिल माफ किया जाए. अध्यक्ष ने कहा कि पेट्रोल-डीजल की बढ़ती दरों से महंगाई चरम पर पहुंच गई है. इस पर भी सरकार को अकुंश लगाना चाहिए. केंद्र सरकार तो दाम बढ़ा रही है, लेकिन राज्य सरकार को वेट कम करना चाहिए, ताकि जनता को राहत मिल सके.
उन्होंने कहा कि एक तरफ तो लॉकडाउन में पहले से ही लोगों की आर्थिक स्थिति खराब चल रही है. वहीं, दूसरी तरफ पेट्रोल-डीजल के दाम में बढ़ोतरी होने से सामान भी महंगा मिलेगा. जिसके कारण लोगों को और अधिक परेशानी का सामना करना पड़ेगा. भगवान सिंह ने कहा कि राजस्थान में कमजोर वर्गों पर लगातार अत्याचार हो रहे हैं, इन्हें रोकने के लिए सरकार प्रभावी कदम उठाए.
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भगवान सिंह ने कहा कि अन्य प्रदेशों से शादी करके आई एससी-एसटी-ओबीसी की महिलाओं को आरक्षण का लाभ दिया जाए जो पहले भी मिल रहा था. लेकिन अभी उन्हें प्रमाण पत्र नहीं बनने के कारण परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने 2 अप्रैल 2018 को एससी एसटी युवाओं के खिलाफ दर्ज मुकदमे भी जल्द से जल्द वापस लेने की मांग की.
बसपा का कहना है कि केंद्र सरकार ने बिजली निगम कंपनियों को एक बहुत बड़ा राहत पैकेज दिया है. उसके बावजूद भी बिजली के बिल माफ नहीं किए जा रहे हैं, आखिर वह पैकेज कहां गया. इसका फायदा जनता को मिलना चाहिए था.