जयपुर. देशभर में कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए जारी की गई एडवाइजरी के बीच राजसमंद में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से बड़े सम्मेलन और सभा को संबोधित किया जाना विवादों में है. भाजपा विधायक दल के उपनेता राजेंद्र राठौड़ ने गहलोत पर ही मुख्यमंत्री जैसे संवैधानिक पद पर रहते हुए सरकार की एडवाइजरी के खिलाफ जाने का आरोप लगाया है.
दरअसल, राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एडवाइजरी जारी कर आगामी 30 मार्च तक स्कूल, कॉलेज, शैक्षणिक संस्थान और सिनेमाघरों तक को बंद करने के साथ ही बड़े आयोजनों पर भी रोक लगा दी. इस बीच सीएम ने राजसमंद में विशाल सभा और सम्मेलन को संबोधित क्या कर लिया कि भाजपा को मुख्यमंत्री की सेहत की भी चिंता सताने लगी.
पढ़ें- पॉलिटिकल टूरिज्म से प्रदेश की बदनामी होगी: केंद्रीय मंत्री मेघवाल
राजेंद्र राठौड़ ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उनकी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, कि देशभर में कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण आपातकाल की स्थिति बन गई है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में खुद मुख्यमंत्री ने भी एडवाइजरी जारी कर स्कूल, शैक्षणिक संस्थान, सिनेमाघर सहित तमाम बड़े कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं. राठौड़ का कहना है, कि इस दौरान खुद मुख्यमंत्री को भी राजसमंद में हुए सम्मेलन को संबोधित करने के लिए जाने से बचना चाहिए था. राठौड़ के अनुसार मुख्यमंत्री का यह कृत्य अक्षम्य है और इसकी जितनी निंदा की जाए वो कम है.