जयपुर. हैदराबाद में महिला डॉक्टर के आरोपियों के एनकाउंटर मामले में पूरे देश में बहस जारी है. इस बीच हैदराबाद पुलिस की कार्यशैली को लेकर आए राजस्थान के यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल के बयान पर सियासत भड़क गई है. धारीवाल ने एनकाउंटर करने वाली हैदराबाद पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए, साथ ही इसकी तुलना सोहराबुद्दीन मामले से भी कर डाली. ऐसे में विपक्ष में बैठी भाजपा धारीवाल को निकम्मी सरकार का मंत्री करार देते हुए उनसे ऐसे ही बयान की उम्मीद होने की बात कह डाली.
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता लक्ष्मीकांत भारद्वाज ने कहा कि धारीवाल का मौजूदा बयान बेहद निंदनीय है. उन्होंने कहा कि हैदराबाद पुलिस ने अपनी आत्मरक्षा के लिए आरोपियों पर गोली चलाई, लेकिन उस पर सवाल खड़ा करना बेहद गलत होगा. भारद्वाज ने कहा कि जो मंत्री अपने प्रदेश की बहन बेटियों को समय पर न्याय नहीं दिलवा पाने में नाकाम रहे, सामूहिक दुष्कर्म के आरोपियों को जल्द से जल्द सजा दिलवा पाने में नाकाम रहे, उस सरकार के मंत्रियों से इस प्रकार के बयान की ही उम्मीद की जा सकती है.
भारद्वाज ने कहा कि होना तो यह चाहिए था कि राजस्थान सरकार के मंत्री प्रदेश में दुष्कर्म के मामलों में जल्द से जल्द ट्रायल करवाने का प्रयास करवाते ताकि पीड़ित बहन बेटियों को जल्द से जल्द न्याय मिल पाता. लेकिन उनका ध्यान इस तरफ ना होकर हैदराबाद पुलिस की कार्यशैली को कटघरे में खड़े करने पर हैं.
गौरतलब है कि मंत्री शांति धारीवाल ने अपने बयान में कहा था कि आरोपियों को सजा देने का काम न्यायपालिका का है और पुलिस को अपराधियों को पकड़कर कोर्ट के हवाले करना चाहिए था. वहीं धारीवाल ने इस एनकाउंटर को लेकर पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए थे.