जयपुर. राजस्थान में आगामी विधानसभा चुनाव को अभी करीब 2 साल से अधिक का समय बाकी है लेकिन विपक्ष ने अभी से जमीनी स्तर पर तैयारी शुरू कर दी है. भाजपा की ओर से प्रदेश में फीडबैक जुटाने के लिए नई कवायद की जा रही है जिसकी जिम्मेदारी प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह को सौंपी गई है. संभवत: अरुण सिंह अब जल्द ही प्रदेश के अलग-अलग जिलों में दौरे करेंगे वहां पार्टी की स्थिति का जायजा लेंगे.
पिछले कुछ माह में अरुण सिंह ने कुछ जिलों में प्रदेश संगठन से अलग प्रवास कार्यक्रम किए थे लेकिन अब जिलों से जुड़े प्रवास कार्यक्रम में और तेजी लाई जाएगी. बताया जा रहा है कि पिछले दिनों कैलाश मेघवाल के 'लेटर बम' के बाद पार्टी आलाकमान जेपी नड्डा ने अरुण सिंह को इसके निर्देश दिए हैं ताकि राजस्थान भाजपा में जिला स्तर तक संगठन की मजबूती की दिशा में भी काम हो सके और सही फीडबैक शीर्ष नेतृत्व तक पहुंचे.
पढ़ें: राजस्थान विधानसभा: सोमवार को नहीं होगा प्रश्नकाल और शून्यकाल, गडकरी और गुलाम नबी करेंगे संबोधित
जिलों में प्रवास के दौरान रहेंगे यह कार्य
पार्टी के प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह का जिलों में संगठनात्मक प्रवास के दौरान प्रमुख कार्य वहां के स्थानीय भाजपा नेताओें और कार्यकर्ताओं से चर्चा कर पार्टी को संगठनात्मक स्तर पर मजबूती प्रदान करना होगा. इस दौरान संबंधित जिले में पार्टी के पूर्व विधायकों से लेकर तमाम जनप्रतिनिधियों और पूर्व पदाधिकारियों से भी वे मुलाकात करेंगे ताकि उन्हें भी पार्टी की मुख्यधारा से जोड़ा जा सके.
पढ़ें: जिला प्रमुख की तकरार पहुंची दिल्ली दरबार: 'पायलट' के 'वेद' ने सुबूतों समेत लगाई आलाकमान से गुहार
इस प्रवास कार्यक्रम के दौरान अरुण सिंह का फोकस संबंधित जिले में पार्टी के नाराज कार्यकर्ताओं, वरिष्ठ पदाधिकारियों को एकजुट करना भी रहेगा. इसके लिए वे उनसे व्यक्तिगत मुलाकात भी करेंगे और समन्वय सेतु की भूमिका भी निभाएंगे.
अक्टूबर में कुछ जिलों में बनेंगे संगठनात्मक प्रवास के कार्यक्रम
बताया जा रहा है कि अगले माह कुछ जिलों में अरुण सिंह प्रवास पर जा सकते हैं. संभवत: पश्चिमी राजस्थान के कुछ जिलों में उनका दौरा हो सकता है. इस दौरान वे संबंधित जिला इकाई और उस क्षेत्र से आने वाले पार्टी के जनप्रतिनिधि और पूर्व पदाधिकारियों के साथ बैठकें और रात्रि प्रवास भी करेंगे.