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प्रश्नकाल में जारी रहा भाजपा विधायकों का हंगामा, किया वॉकआउट

राजस्थान विधानसभा में बुधवार को भी प्रश्नकाल में भाजपा विधायकों का हंगामा जारी रहा और नाराज बीजेपी विधायकों ने सदन से वॉकआउट तक कर दिया. इस बार मामला प्रदेश में बेरोजगारों को मिलने वाले बेरोजगारी भत्ते से जुड़ा रहा.

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Published : Jul 17, 2019, 3:11 PM IST

प्रश्नकाल में जारी रहा भाजपा विधायकों का हंगामा

जयपुर. राजस्थान विधानसभा में बुधवार को प्रश्नकाल में भाजपा विधायक कालीचरण सराफ ने प्रदेश में शिक्षित बेरोजगारों को मिलने वाले बेरोजगारी भत्ते से जुड़ा सवाल लगाया था. सराफ ने सरकार से यह जानना चाहा कि दिसंबर 2018 से लेकर जून 2019 तक प्रदेश में कितने नए पंजीकृत बेरोजगार हुए और उन्हें सरकार ने कितना बेरोजगारी भत्ता दिया.

प्रश्नकाल में जारी रहा भाजपा विधायकों का हंगामा

इसके साथ ही पूरे प्रदेश का भी आंकड़ा सराफ ने मांगा. जिसके जवाब में मंत्री अशोक चांदना ने कहा कि प्रदेश में सरकार 40,158 लोगों को योजना के तहत भुगतान कर रही है.यह आंकड़ा दिसंबर 2018 तक का है ,किन उसके बाद 1 जनवरी से मई 2019 तक इसमें 29,019 लोग और जोड़े गए हैं. जिन्हें 1 मार्च से 31 मई तक कुल 69 करोड़ 42 लाख का भुगतान किया गया है.

ऐसे में विधायक कालीचरण सराफ ने मंत्री से फिर पूछा कि जो घोषणा कांग्रेस ने बेरोजगारों को भत्ता देने की की थी. उसके तहत कितने युवाओं को लाभ दिया गया तो मंत्री ने फिर यही जवाब दोहराया. ऐसे में स्पीकर सीपी जोशी को बीच में रोकना पड़ा और कहा कि जब मंत्री ने जवाब दे दिया तो फिर आप फिर वही प्रश्न क्यों दोहरा रहे हो.

इस बीच नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया भी सदन में खड़े हुए और उन्होंने मेवाड़ के अंदर आने वाले जिलों के बेरोजगार पंजीकृत की संख्या बताते हुए उन्हें मिल रहे बेरोजगारी भत्ते का जिक्र किया. कटारिया ने आरोप लगाया कि इन जिलों में हजारों की संख्या में बेरोजगार पंजीकृत हैं लेकिन कुछे एक बेरोजगारों को ही भत्ता मिल रहा है.

उन्होंने कहा कि कृषि मंत्री बताएं कि बचे हुए लोगों का अपात्र क्यों मारा और उन्हें कब तक बेरोजगार भत्ते का लाभ मिलेगे. ऐसे में जवाब में मंत्री अशोक चांदना ने यह कह दिया कि यह गलती तो आपकी पिछली सरकार की है कि यह सवाल आपको अपनी पिछली भाजपा सरकार से पूछना चाहिए इसलिए शेम हमारी सरकार पर नहीं बल्कि आपकी पिछली सरकार पर है और बस यही से हंगामा शुरू हो गया. जिसके बाद वॉकआउट का सिलसिला जारी हो गया.

जयपुर. राजस्थान विधानसभा में बुधवार को प्रश्नकाल में भाजपा विधायक कालीचरण सराफ ने प्रदेश में शिक्षित बेरोजगारों को मिलने वाले बेरोजगारी भत्ते से जुड़ा सवाल लगाया था. सराफ ने सरकार से यह जानना चाहा कि दिसंबर 2018 से लेकर जून 2019 तक प्रदेश में कितने नए पंजीकृत बेरोजगार हुए और उन्हें सरकार ने कितना बेरोजगारी भत्ता दिया.

प्रश्नकाल में जारी रहा भाजपा विधायकों का हंगामा

इसके साथ ही पूरे प्रदेश का भी आंकड़ा सराफ ने मांगा. जिसके जवाब में मंत्री अशोक चांदना ने कहा कि प्रदेश में सरकार 40,158 लोगों को योजना के तहत भुगतान कर रही है.यह आंकड़ा दिसंबर 2018 तक का है ,किन उसके बाद 1 जनवरी से मई 2019 तक इसमें 29,019 लोग और जोड़े गए हैं. जिन्हें 1 मार्च से 31 मई तक कुल 69 करोड़ 42 लाख का भुगतान किया गया है.

ऐसे में विधायक कालीचरण सराफ ने मंत्री से फिर पूछा कि जो घोषणा कांग्रेस ने बेरोजगारों को भत्ता देने की की थी. उसके तहत कितने युवाओं को लाभ दिया गया तो मंत्री ने फिर यही जवाब दोहराया. ऐसे में स्पीकर सीपी जोशी को बीच में रोकना पड़ा और कहा कि जब मंत्री ने जवाब दे दिया तो फिर आप फिर वही प्रश्न क्यों दोहरा रहे हो.

इस बीच नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया भी सदन में खड़े हुए और उन्होंने मेवाड़ के अंदर आने वाले जिलों के बेरोजगार पंजीकृत की संख्या बताते हुए उन्हें मिल रहे बेरोजगारी भत्ते का जिक्र किया. कटारिया ने आरोप लगाया कि इन जिलों में हजारों की संख्या में बेरोजगार पंजीकृत हैं लेकिन कुछे एक बेरोजगारों को ही भत्ता मिल रहा है.

उन्होंने कहा कि कृषि मंत्री बताएं कि बचे हुए लोगों का अपात्र क्यों मारा और उन्हें कब तक बेरोजगार भत्ते का लाभ मिलेगे. ऐसे में जवाब में मंत्री अशोक चांदना ने यह कह दिया कि यह गलती तो आपकी पिछली सरकार की है कि यह सवाल आपको अपनी पिछली भाजपा सरकार से पूछना चाहिए इसलिए शेम हमारी सरकार पर नहीं बल्कि आपकी पिछली सरकार पर है और बस यही से हंगामा शुरू हो गया. जिसके बाद वॉकआउट का सिलसिला जारी हो गया.

Intro:बुधवार को प्रश्नकाल में भाजपा विधायकों का रहा हंगामा, सदन से किया वाकआउट

बेरोजगारों को भत्ता देने का था मामला, भाजपा ने सदन में मांगे आंकड़े

जयपुर (इंट्रो)
राजस्थान विधानसभा में बुधवार को भी प्रश्नकाल में भाजपा विधायकों का हंगामा जारी रहा और नाराज बीजेपी विधायकों ने सदन से वॉकआउट तक कर दिया। इस बार मामला प्रदेश में बेरोजगारों को मिलने वाले बेरोजगारी भत्ते से जुड़ा था।Body:(Vo1)
प्रश्नकाल में भाजपा विधायक कालीचरण सराफ प्रदेश में शिक्षित बेरोजगारों को बेरोजगारी भत्ते से जुड़ा सवाल लगाया था।सराफ ने सरकार से यह जानना चाहा कि दिसंबर 2018 से लेकर जून 2019 तक प्रदेश में कितने नए पंजीकृत बेरोजगार हुए और उन्हें सरकार ने कितना बेरोजगारी भत्ता दिया, इसके साथ ही पूरे प्रदेश का भी आंकड़ा सराफ ने मांगा। जवाब में मंत्री अशोक चांदना ने कहा कि प्रदेश में सरकार 40,158 लोगों को योजना के तहत भुगतान कर रही है। यह आंकड़ा दिसंबर 2018 तक का है लेकिन उसके बाद 1 जनवरी से मई 2019 तक इसमें 29019 लोग और जोड़े गए,जिन्हें 1 मार्च से 31 मई तक कुल 69 करोड़ 42 लाख का भुगतान किया गया। ऐसे में विधायक कालीचरण सराफ ने मंत्री से फिर पूछा कि जो घोषणा कांग्रेस ने की थी बेरोजगारों को भत्ता देने की उसके तहत कितने युवाओं को लाभ दिया गया तो मंत्री ने फिर यही जवाब दोहराया। ऐसे में स्पीकर सीपी जोशी को बीच में रोकना पड़ा और कहा कि जब मंत्री ने जवाब दे दिया तो फिर आप फिर वही प्रश्न क्यों दोहरा रहे हो।

विसुअल्स बाईट-कालीचरण सराफ,व मंत्री अशोक चांदना

(Vo2)
इस बीच नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया भी सदन में खड़े हुए और उन्होंने मेवाड़ के अंदर आने वाले जिलों के बेरोजगार पंजीकृत की संख्या बताते हुए उन्हें मिल रहा बेरोजगारी भत्ते का जिक्र किया। कटारिया ने आरोप लगाया इन जिलों में हजारों की संख्या में बेरोजगार पंजीकृत है लेकिन कुछेक बेरोजगारों को ही भत्ता मिल रहा है। कृषि मंत्री बताएं बच्चे हुए लोगों का अपात्र क्यों मारा और उन्हें कब तक बेरोजगार भत्ता का लाभ मिलेगा। ऐसे में जवाब में मंत्री अशोक चांदना ने यह कह दिया कि यह गलती तो आपकी पिछली सरकार की है कि इतने गुरुद्वारा के जो बच गए हुई सवाल आपको अपनी पिछली भाजपा सरकार ने पूछना चाहिए इसलिए शेम हमारी सरकार पर नहीं बल्कि आपकी पिछली सरकार पर है और बस यही से हंगामा शुरू हो गया।

बाईट- गुलाबचंद कटारिया,नेता प्रतिपक्ष।
बाईट- अशोक चांदना,मंत्री

(Vo3)
हंगामा करीब 5 मिनट चला और उसके बाद भाजपा विधायक विरोध स्वरूप सदन से बाहर चले गए।

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