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वार्डों के परिसीमन और जनसंख्या पर बीजेपी विधायकों ने उठाए सवाल, कहा-राजनीतिक लाइनें खींचकर बनाये गए वार्ड

जयपुर में नगर निगम के 250 वार्डों को लेकर लॉटरी प्रक्रिया में बीजेपी ने कई बातों पर विरोध जताया. इसके बावजूद भी लॉटरी प्रक्रिया पूरी की गई. लेकिन विधायकों की ओर से लगातार दूसरी बार किए गए वार्ड परिसीमन पर लगाए गए आरोपों ने कई सवाल खड़े किर दिए हैं.

जयपुर की खबर, questions on ward delimitation
लॉटरी निकालते हुए
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Published : Mar 11, 2020, 9:01 PM IST

जयपुर. दोनों नगर निगम के 250 वार्डों को लेकर लॉटरी प्रक्रिया में बीजेपी के विरोध के स्वर सुनाई दिए. यहां बीजेपी विधायक कालीचरण सराफ, अशोक लाहोटी और नरपत सिंह राजवी ने SC/ST के चुने गए वार्डों को लेकर सवाल खड़े किए. उन्होंने साबित किया कि सांगानेर, मालवीय नगर और कई विधानसभा क्षेत्र में औसत जनसंख्या और वोटर्स की संख्या में भारी विसंगति है.

वार्डों के परिसीमन और जनसंख्या पर बीजेपी विधायकों ने उठाए सवाल

बीजेपी विधायक अशोक लाहोटी ने कहा कि राजधानी में कुछ वार्ड में 4500 वोट हैं तो कुछ में 12 हजार. कहीं जनसंख्या 9 हजार है, तो कहीं 14 हजार. ऐसे में उन्होंने पॉलिटिकल दबाव और राजनीतिक लाइने खींच वार्ड परिसीमन किए जाने का आरोप लगाया. उन्होंने बताया कि उनके विधानसभा क्षेत्र में अजमेर रोड को दो जगह क्रॉस कर दिया गया. जबकि दोनों वार्ड अलग-अलग तरह बनाए जा सकते थे. इसके अलावा उन्होंने पोलिंग सेंटर दूर बनाए जाने और बीएलओ पर गलत तरह से वोटर लिस्ट बनाए जाने का भी आरोप लगाया.

इस पर जिला कलेक्टर डॉ. जोगाराम परिसीमन से जुड़ी आपत्ति को नगर निगम भेजे जाने की बात कही. वहीं निगम प्रशासक विजय पाल सिंह ने कहा कि वार्ड परिसीमन के दौरान आपत्तियां आमंत्रित की गई थी. जिनका निस्तारण करने के बाद ही फाइनल पब्लिकेशन किया गया. अब वार्ड परिसीमन का कोई प्रश्न निगम स्तर पर लंबित नहीं है. निगम की ओर से प्रक्रिया के तहत ही वार्ड परिसीमन निर्धारित किया गया है.

पढ़ें: जयपुर : एमपी की सियासी उठापटक के बीच शहरी सरकार के वार्ड आरक्षण लॉटरी को भूले कांग्रेसी विधायक

हालांकि बीजेपी विधायकों की आपत्ति के बावजूद यहां लॉटरी प्रक्रिया पूरी की गई. लेकिन बीजेपी विधायकों की ओर से लगातार दूसरी बार किए गए वार्ड परिसीमन पर लगाए गए आरोपों ने कई सवाल खड़े किर दिए हैं.

जयपुर. दोनों नगर निगम के 250 वार्डों को लेकर लॉटरी प्रक्रिया में बीजेपी के विरोध के स्वर सुनाई दिए. यहां बीजेपी विधायक कालीचरण सराफ, अशोक लाहोटी और नरपत सिंह राजवी ने SC/ST के चुने गए वार्डों को लेकर सवाल खड़े किए. उन्होंने साबित किया कि सांगानेर, मालवीय नगर और कई विधानसभा क्षेत्र में औसत जनसंख्या और वोटर्स की संख्या में भारी विसंगति है.

वार्डों के परिसीमन और जनसंख्या पर बीजेपी विधायकों ने उठाए सवाल

बीजेपी विधायक अशोक लाहोटी ने कहा कि राजधानी में कुछ वार्ड में 4500 वोट हैं तो कुछ में 12 हजार. कहीं जनसंख्या 9 हजार है, तो कहीं 14 हजार. ऐसे में उन्होंने पॉलिटिकल दबाव और राजनीतिक लाइने खींच वार्ड परिसीमन किए जाने का आरोप लगाया. उन्होंने बताया कि उनके विधानसभा क्षेत्र में अजमेर रोड को दो जगह क्रॉस कर दिया गया. जबकि दोनों वार्ड अलग-अलग तरह बनाए जा सकते थे. इसके अलावा उन्होंने पोलिंग सेंटर दूर बनाए जाने और बीएलओ पर गलत तरह से वोटर लिस्ट बनाए जाने का भी आरोप लगाया.

इस पर जिला कलेक्टर डॉ. जोगाराम परिसीमन से जुड़ी आपत्ति को नगर निगम भेजे जाने की बात कही. वहीं निगम प्रशासक विजय पाल सिंह ने कहा कि वार्ड परिसीमन के दौरान आपत्तियां आमंत्रित की गई थी. जिनका निस्तारण करने के बाद ही फाइनल पब्लिकेशन किया गया. अब वार्ड परिसीमन का कोई प्रश्न निगम स्तर पर लंबित नहीं है. निगम की ओर से प्रक्रिया के तहत ही वार्ड परिसीमन निर्धारित किया गया है.

पढ़ें: जयपुर : एमपी की सियासी उठापटक के बीच शहरी सरकार के वार्ड आरक्षण लॉटरी को भूले कांग्रेसी विधायक

हालांकि बीजेपी विधायकों की आपत्ति के बावजूद यहां लॉटरी प्रक्रिया पूरी की गई. लेकिन बीजेपी विधायकों की ओर से लगातार दूसरी बार किए गए वार्ड परिसीमन पर लगाए गए आरोपों ने कई सवाल खड़े किर दिए हैं.

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