जयपुर. अजमेर जिले की पुष्कर विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक सुरेश सिंह रावत ने गुरुवार को विधानसभा में बिजली के बढ़ते दामों को लेकर अलग तरीके से विरोध जताया. विधानसभा में बीजेपी विधायक आर्टिफिशियल बिजली का खंभा लेकर पहुंचे. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश की गहलोत सरकार ने सत्ता में आने के साथ बिजली के दामों में बढ़ोतरी नहीं करने की बात करी थी.
लेकिन सरकार अपने किए हुए वादे से मुकर गई और उन्होंने बिजली के दामों में बेतहाशा वृद्धि कर दी है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में वैसे ही प्रकृति के प्रकोप और ओलावृष्टि से किसान वैसे ही परेशान है. उस पर बिजली विभाग की ओर से घरेलू व्यवसाय उपभोक्ताओं की बिजली की दर बढ़ाकर, फ्यूल सरचार्ज के रूप में प्रत्येक तिमाही में आरईआरसी के द्वारा निर्धारित दरें बढ़ा कर वसूली जा रही है. कभी 40 कभी 22 तो कभी 55 पैसे अलग-अलग दरें वसूल की जा रही है.
पढ़ें- सदन में आज : पर्यटन, सहकारिता सहित शेष अनुदान मांगे होंगी पारित, तय होगा आगे का कामकाज
उन्होंने कहा ग्रामीण क्षेत्रों के अंदर व्यवसाय को भुगतान के वाटर सेस के नाम पर 10 पैसे प्रति यूनिट 40 पैसे इलेक्ट्रिसिटी चार्जेस के नाम पर वसूले जा रहे हैं. इसमें एग्रीकल्चर उपभोक्ताओं की दरें भी बढ़ाई गई है. जबकि बिजली चोरी रोकने का कोई प्रयास सरकार की ओर से नहीं किया जा रहा. रसूखदार लोग या समूह में रहने वाले लोग लगातार बिजली चोरी कर रहे हैं, ईमानदार उपभोक्ताओं पर बिजली वृद्धि का भार डाला जा रहा है.
बीजेपी विधायक ने कहा कि लगातार घटिया माल की खरीद और विभाग भ्रष्टाचार के कारण डिस्कॉम में घाटा बढ़ रहा है. लेकिन वित्तीय कुप्रबंधन को रोकने के स्थान पर बिजली कंपनी की ओर से बार-बार बिजली की दरें बढ़ाकर उपभोक्ताओं को प्रसन्न किया जा रहा है. रावत ने कहा कि इसको लेकर सदन में सवाल लगाने की भी अनुमति मांगी गई. लेकिन उन्हें ये अनुमति नहीं मिली. इस लिए सरकार का ध्यान खींचने के लिए उन्होंने इस तरह से आर्टिफिशल खंभे पर बिजली के बिल चिपका कर विधानसभा पहुंचे हैं.