जयपुर. प्रदेश कांग्रेस सरकार में लंबे अरसे से राजनीतिक नियुक्तियों का इंतजार कर रहे कार्यकर्ताओं को छोड़ अहम पदों पर और प्रशासनिक अधिकारियों को नियुक्ति दिए जाने की पीड़ा कांग्रेस कार्यकर्ताओं को है. लेकिन, इसे जाहिर करने का काम भाजपा के नेता कर रहे हैं. पूर्व मंत्री और भाजपा के मौजूदा विधायक कालीचरण सराफ ने एक बयान जारी कर यही काम किया है.
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कालीचरण सराफ ने आरोप लगाते हुए कहा कि महामारी में जिंदगी बचाने की जद्दोजहद के बीच कांग्रेस पार्टी के नेताओं, कार्यकर्ताओं की उपेक्षा करके पूर्व प्रशासनिक अधिकारियों को राजनैतिक नियुक्तियां देने से राज्य सरकार की नीति और नीयत पर अनेक सवाल खड़े होते हैं.
सराफ ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के नेता और कार्यकर्ता ढाई साल से राजनीतिक नियुक्ति का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन महामारी के नाम पर उन्हें बार-बार टाला जा रहा है. लेकिन इसी समय में अनेक पूर्व नौकरशाहों पर इतनी मेहरबानी क्यों? क्या मुख्यमंत्री को कांग्रेस पार्टी के नेताओं पर विश्वास नहीं है या पार्टी नेताओं में योग्यता की कमी है? मुख्यमंत्री स्पष्ट करें.
सराफ ने कहा कि राजनीतिक नियुक्तियों का इंतजार कर रहे पार्टी नेताओं की उपेक्षा करके कोरोना काल में पूर्व नौकरशाहों को राजनीतिक नियुक्तियां देकर पुरस्कृत करने की जल्दबाजी से नौकरशाहों के कार्यकाल की निष्पक्षता पर भी संदेह होता है.
सराफ ने कहा कि सरकार के इस निर्णय पर कांग्रेस पार्टी के लिए वर्षों से काम रहे अनेक योग्य सीए, वकील, डॉक्टर्स, इंजीनियर एवं अन्य पेशेवर नेता सार्वजनिक रूप से अपनी नाराजगी दिखाते हुए कह रहे हैं कि महत्वपूर्ण पदों पर बिठाए गए सेवानिवृत अधिकारी उन्हें महत्व ही नहीं देते. उम्मीद थी कि कांग्रेस की सरकार बनने के बाद उन्हें राजनीतिक नियुक्तियां मिलेंगी जिसके लिए वर्षों तक मेहनत की लेकिन लंबे इंतजार के बाद आज खुद को ठगा से महसूस कर रहे हैं.