हनुमानगढ़. इंदिरा गांधी और भाखड़ा नहर परियोजना में एक अतिरिक्त बारी सिंचाई पानी की मांग को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने सोमवार को हनुमानगढ़ जंक्शन स्थित जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता कार्यालय का घेराव किया. इस दौरान उन्होंने सभा का आयोजन कर गहलोत सरकार पर किसानों की अनदेखी के आरोप लगाएं.
पूर्व जल संसाधन मंत्री डॉ. रामप्रताप के नेतृत्व में आयोजित घेराव में भाजपा एससी मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष कैलाश मेघवाल सहित भाजपाइयों और किसानों ने भाग लिया. इस दौरान जल संसाधन मंत्री ने कहा कि किसानों के प्रति राज्य सरकार पूरी तरह असंवेदनशील है और आज राज्य में सिंचाई पानी को पांच मंत्रियों में बांट रखा है और पांच मंत्री होने से नहरी पानी पर कोई मंत्री कुछ भी फैसला नहीं ले पाता.
इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि अगर एक अतिरिक्त बारी नहीं मिली, तो गेहूं की फसल बर्बाद हो जाएगी. सभा के बाद पूर्व मंत्री डॉ. रामप्रताप ने जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को मुख्यमंत्री गहलोत के नाम ज्ञापन सौंपा और पानी की मांग रखी. इसके बाद पत्रकारों से बातचीत में पूर्व मंत्री ने कहा कि यह बात सही है कि बांधों में पानी का लेवल कम है, मगर पानी दूसरे राज्यों से उधार मांगकर भी दिया जा सकता है.
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किसानों की गेंहू की फसल पानी के अभाव में खराब हो रही है. इसलिए अब देखना होगा कि पूर्व सिंचाई मंत्री और भाजपा की ओर से किए गए प्रदर्शन के बाद सरकार और सिंचाई विभाग अधिकारी किसानों को मांग अनरूप सिंचाई पानी उपलब्ध करवाएंगे या एक बार फिर किसानों को सड़को पर उतरना पड़ेगा.