जयपुर. रीट परीक्षा अनियमितता मामले में एसओजी ने मुख्य आरोपी उदाराम और राम कृपाल मीणा को गिरफ्तार (Main Accused Arrested in REET Paper Leak Case) कर लिया है. लेकिन भाजपा अभी इस प्रकरण की सीबीआई जांच करवाने की मांग पर अड़ी है. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया और राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने अंदेशा जताया है कि प्रदेश सरकार बड़े मगरमच्छों को इस मामले में बचाने में जुटी है.
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया ने इस मामले में बयान जारी कर कहा कि रीट परीक्षा धांधली की सीबीआई जांच इसलिए जरूरी हो जाती है कि राज्य सरकार बड़े मगरमच्छों को बचाने की पुरजोर कोशिश करेगी. एसओजी की जांच (Rajasthan SOG Action in REET Paper Leak Case) और गिरफ्तार 35 अभियुक्तों से पूछताछ तथा शिक्षा संकुल के पेपर संग्रहण केन्द्र से एक दिन पूर्व पेपर निकाल दिये जाने की स्वीकारोक्ति के बाद तो यह पूर्णतया प्रमाणित हो गया है कि रीट परीक्षा में भारी धांधली हुई है. यह सब कांग्रेस सरकार के संरक्षण के बिना संभव ही नहीं था. साथ ही पूनिया ने कहा कि अब देखना है नैतिकता की दुहाई देने वाले मुख्यमंत्री जी इस प्रकरण को सीबीआई को कब सौंपते हैं?
मेरे आरोप सिद्ध हुए- किरोड़ी लाल मीणा
राज्यसभा सांसद डॉ किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि आज एसओजी ने माना है कि पेपर शिक्षा संकुल से लीक हुआ है. मैं इस बात को शुरू से ही कह रहा हूं कि पेपर आउट हुआ है और शिक्षा संकुल से ही हुआ है. उन्होंने आरोप लगाया कि इसमें जिला कोऑर्डिनेटर प्रदीप पाराशर जो की सरकारी व्यक्ति नहीं है और माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अध्यक्ष जारोली का हाथ है. पाराशर ने ही एक ब्लैक लिस्टेड कॉलेज को रीट का सेंटर बनाया, जिसके उस समय मालिक राम कृपाल ही थे जिनको SOG ने पकड़ा है.
पेपर माफियाओं के राजनीतिक आकाओं के साथ घनिष्ठ संबंधः राजेन्द्र राठौड़
भाजपा वरिष्ठ नेता और नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने मामले में ट्वीट कर कहा कि राज्य में आयोजित होने वाली प्रत्येक भर्ती परीक्षा में पेपर आउट करवाने वाला संगठित गिरोह पनप गया है. पूर्व में भी साबित हो चुका है कि पेपर माफियाओं के सत्ता में बैठे राजनीतिक आकाओं के साथ घनिष्ठ संबंध हैं, जो पेपर लीक कर बेरोजगार युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. एसओजी की ओर से जयपुर स्थित शिक्षा संकुल से REET भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने की बात की स्वीकारोक्ति से स्पष्ट है कि रीट परीक्षा में बड़े स्तर पर धांधली हुई है. अब मुख्यमंत्री को तत्काल प्रभाव से रीट प्रकरण की जांच सीबीआई (BJP Demands CBI probe into REET Paper Leak Cases) को सौंपनी चाहिए.