जयपुर. राजधानी जयपुर में गुरुवार को होने वाली ग्रेटर नगर निगम की बोर्ड बैठक से पहले बुधवार को बीजेपी-कांग्रेस के पार्षदों की संगठन स्तर पर क्लास हुई. जहां कांग्रेस ने 500 करोड़ के लोन और निगम समितियों के गठन पर सवाल उठाए, तो वहीं बीजेपी की बैठक में बिगड़ी सफाई व्यवस्था को लेकर नाराज पार्षदों से समझाइश होती रही.
ग्रेटर नगर निगम की 28 जनवरी को होने वाली पहली बोर्ड बैठक में पार्षदों के भत्ते, निगम समितियों के गठन, 500 करोड़ के लोन, पार्षदों के लैपटॉप, अस्थाई कुशल श्रमिक की आपूर्ति जैसे एजेंडों को शामिल किया गया है. इनमें से किन मुद्दों पर समर्थन करना है, किन पर जवाब तलब करना है, इसे लेकर कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खचारियावास की अध्यक्षता में कांग्रेस के पार्षदों की प्री बोर्ड मीटिंग हुई.
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इस दौरान कांग्रेस नेता अर्चना शर्मा ने बजट मीटिंग में दूसरे प्रस्ताव लाने, बीट सिस्टम में पारदर्शिता और 6 से अधिक समितियों के गठन पर सवाल उठाए. खाचरियावास ने कहा कि ऐसी जानकारी है कि बजट मीटिंग में दूसरे प्रस्ताव नहीं लाए जा सकते. इन नियमों को देखा जा रहा है, लेकिन एक बात तय है कि जो मुद्दे जयपुर के हित में है उनमें सरकार और कांग्रेस का हर पार्षद साथ खड़ा है.
खाचरियावास ने ग्रेटर नगर निगम की ओर से 500 करोड़ का लोन लेने के प्रस्ताव पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि इतनी बड़ी राशि का लोन लेने की आवश्यकता कहां पड़ गई. इस राशि का क्या किया जाएगा. ये पूरा प्लान होना चाहिए. इस संबंध में साधारण सभा में चर्चा होनी चाहिए और लोन चुकाने के लिए क्या किया जाएगा, ये भी साफ होना चाहिए. जहां तक भत्तों और लैपटॉप का सवाल है उससे निगम पर कोई बहुत अधिक भार नहीं पड़ेगा.
बीजेपी पार्षदों की प्री बोर्ड मीटिंग
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया की मौजूदगी में बीजेपी पार्षदों की भी प्री बोर्ड मीटिंग हुई, जिसमें एजेंडों में शामिल सभी प्रस्तावों पर चर्चा की गई. पार्षदों ने डोर टू डोर कचरा संग्रहण कर रही बीवीजी कंपनी के कामकाज पर सवाल उठाए और इस कंपनी को बाहर का रास्ता दिखाए जाने की बात कही. कुछ पार्षदों ने जब तक कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं हो जाती, तब तक कंपनी को बाहर नहीं करने की बात कही.
शहर अध्यक्ष राघव शर्मा ने कहा कि ग्रेटर नगर निगम का बोर्ड शहर में विकास के नए आयाम स्थापित करें और उसमें पार्षदों की सकारात्मक भूमिका क्या हो सकती है, उसे अनुभवी पार्षदों द्वारा साझा किया गया. उन्होंने कहा कि बोर्ड बैठक में विधायकों सहित अपेक्षित संख्या बोर्ड बैठक में पहुंचेगी.
महापौर सौम्या गुर्जर ने कांग्रेस की ओर से समितियों को लेकर उठाए गए सवाल पर कहा कि संविधान में जितनी समितियां दी गई है, उसी के अनुसार गठन किया जाएगा. समितियों को लेकर कानूनी राय ली जाएगी. 500 करोड़ रुपए के लोन पर उठाए गए सवाल को उन्होंने दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि बीते 2 साल में निगम को कर्जे में लेकर छोड़ा है. ग्रेटर नगर निगम हेरिटेज नगर निगम से ढाई गुना बड़ा है. यहां कुछ वार्ड तो आज भी विकसित नहीं हैं. जो लोन लिया जा रहा है, उससे जयपुर का विकास कार्य भी किया जाएगा.