जयपुर. प्रदेश में जारी सियासी संकट के बीच अब कुछ मंत्री सचिवालय में अपने दफ्तर पहुंचकर विभागीय कामकाज कर रहे हैं. इसी कड़ी में उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी भी गुरुवार को सचिवालय स्थित अपने दफ्तर पहुंचे. इस दौरान मंत्री भंवर सिंह भाटी ने उच्च अधिकारियों के साथ बैठक कर उच्च शिक्षा विभाग से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की.
मंत्री भाटी ने विभाग के अफसरों को निर्देश दिए कि प्राध्यापकों की नई भर्ती प्रक्रिया जल्द शुरू करवाई जाए. उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की बजट घोषणा के अनुरूप नए कॉलेज, संकाय और विषय को इसी सत्र में शुरू करवाने के निर्देश भी दिए. मंत्री भाटी ने कोरोना काल में विद्यार्थियों से फीस वसूलने की शिकायतों पर भी चर्चा की.
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उन्होंने कहा कि कोरोना के चलते राज्य की अर्थव्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है. अभिभावकों की भी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है. ऐसी विकट परिस्थिति में निजी, डीम्ड विश्वविद्यालयों और निजी कॉलेजों के विद्यार्थियों से हॉस्टल फीस, मेस शुल्क, प्रवेश शुल्क और विलंब शुल्क नहीं लिए जाए. बैठक में मंत्री ने प्राचार्य और प्रोफेसर पदों की डीपीसी और वरिष्ठता सूची के काम को समय पर पूरा करने के निर्देश दिए.
साथ ही राजकीय कॉलेजों में ई-कंटेंट और डिजिटल कक्षाओं के लिए जरूरी संसाधन उपलब्ध कराने के साथ ही विद्यार्थियों को ई-कंटेंट सुगम तरीके पहुंचाने संबंधी अन्य विषयों पर भी चर्चा की. बैठक में उन्होंने कहा कि कोरोना के चलते स्कूल, कॉलेज बंद हैं. इसलिए हमें ई-लर्निंग पर ज्यादा जोर देना चाहिए.
मंत्री भंवर सिंह भाटी ने विशिष्ट अतिथि के रूप में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय कोटा के 34वें स्थापना दिवस के अवसर पर शिरकत की. इस दौरान बैठक में उच्च शिक्षा विभाग की सचिव शुचि शर्मा, कॉलेज शिक्षा निदेशक संदेश नायक भी मौजूद रहे.