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जीडीपी एवं रोजगार बढ़ाने में बैंकिंग सेक्टर की अहम भूमिकाः मुख्यमंत्री गहलोत - Jaipur News

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बुधवार को नाबार्ड की ओर से आयोजित राज्य स्तरीय ऋण संगोष्ठी में शिरकत की. संगोष्ठी को संबोधित करते हुए गहलोत ने कहा कि वर्तमान आर्थिक हालातों को देखते हुए अर्थव्यवस्था में सुधार हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए और बैंकिंग सेक्टर की इसमें महत्वपूर्ण भूमिका है. इस मौके पर सीएम ने नाबार्ड के वर्ष 2020-21 के स्टेट फोकस पेपर का विमोचन किया.

राज्य स्तरीय ऋण संगोष्ठी, Jaipur News
जीडीपी एवं रोजगार बढ़ाने में बैंकिंग सेक्टर की अहम भूमिकाः मुख्यमंत्री गहलोत
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Published : Jan 22, 2020, 9:49 PM IST

जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को कहा कि वर्तमान आर्थिक हालातों को देखते हुए अर्थव्यवस्था में सुधार हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए. बैंकिंग सेक्टर की इसमें महत्वपूर्ण भूमिका है. बैंक प्राथमिकता वाले क्षेत्रों को लक्ष्य के अनुरुप ऋण प्रदान कर देश की जीडीपी और रोजगार वृद्धि में बड़ा योगदान दे सकते हैं. सीएम शासन सचिवालय के कॉन्फ्रेंस हाॅल में नाबार्ड की ओर से आयोजित राज्य स्तरीय ऋण संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे.

जीडीपी एवं रोजगार बढ़ाने में बैंकिंग सेक्टर की अहम भूमिकाः मुख्यमंत्री गहलोत

सीएम गहलोत ने कहा कि कृषि, पशुपालन, डेयरी, हस्तशिल्प, जल संरक्षण, ग्रामीण विकास एवं स्वरोजगार सहित अन्य क्षेत्रों में अपार संभावनाएं मौजूद हैं. उन्होंने कहा कि नाबार्ड सहित अन्य बैंकिंग संस्थाए इन क्षेत्रों को आगे बढ़ाकर देश एवं प्रदेश के विकास में अहम भूमिका निभा सकते हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार सोलर एनर्जी, विंड एनर्जी, उद्योग, कृषि प्रसंस्करण तथा एमएसएमई सेक्टर के विकास के लिए नई नीतियां लेकर आई है. इसी के साथ बाड़मेर में रिफाइनरी सह पेट्रोकैमिकल कॉम्प्लेक्स पर भी तेजी से काम चल रहा है. ऐसे में नाबार्ड एवं बैंको की प्रदेश में भूमिका और बढ़ेगी.

पढ़ें- रसोई गैस की बढ़ती कीमतों पर राजस्थान सरकार चिंतित, केंद्र को लिखा पत्र

गहलोत ने कहा कि नाबार्ड ने पहले भी राज्य के विकास में आगे बढ़कर सहयोग किया है और आगे भी नाबार्ड इसी तरह अपनी भूमिका का निर्वहन करेगा. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीयकृत बैंकों ने जिस प्रकार उद्योगपतियों के कर्ज का वन टाइम सेटलमेंट कर उद्योगों को राहत दी है, उसी तरह अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण स्थान रखने वाले कृषि क्षेत्र को और मजबूत करने के लिए उन्हें राज्य में किसानों के ऋण का वन टाइम सेटलमेंट करने पर भी विचार करना चाहिए.

स्टेट फोकस पेपर का हुआ विमोचन

मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि प्रदेश में सहकारी बैंकों और भूमि विकास बैंकों के माध्यम से किसानों का ऋण माफ किए जाने से किसानों को राहत मिली है. मुख्यमंत्री ने इस मौके पर नाबार्ड के वर्ष 2020-21 के स्टेट फोकस पेपर का विमोचन किया. इस पेपर में नाबार्ड की ओर से राज्य में प्राथमिकता क्षेत्रों को 2 लाख 11 हजार 659 करोड़ रुपए के ऋण वितरण का आकलन किया गया है. जिसमें से 65 फीसदी कृषि, 22 फीसदी एमएसएमई और शेष 13 फीसदी हिस्सा अन्य प्राथमिकता वाले क्षेत्रों के लिए निर्धारित किया गया है.

पढ़ेंः भर्तियों को लेकर सीएम गहलोत हर महीने करेंगे समीक्षा बैठक

इस दौरान मुख्य सचिव डीबी गुप्ता ने कहा कि बैंक प्राथमिकता वाले क्षेत्रों को ऋण वितरण करने के लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में मजबूती से प्रयास करें. इससे ग्रामीण क्षेत्र में जनता की सामाजिक एवं आर्थिक स्थिति में सुधार तथा राज्य सरकार की योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन में मदद मिलेगी.

नाबार्ड का इस वर्ष का मुख्य फोकस हाईटेक कृषि पर हैः सुरेश चंद्र

नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक सुरेश चंद्र ने कहा कि स्टेट फोकस पेपर के तहत नाबार्ड का इस वर्ष का मुख्य फोकस हाईटेक कृषि पर है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार कृषक उत्पादक समूहों (एफपीओ) तथा एमएसएमई को प्रोत्साहित कर रही है. नाबार्ड इसमें पूरा सहयोग करेगा.

जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को कहा कि वर्तमान आर्थिक हालातों को देखते हुए अर्थव्यवस्था में सुधार हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए. बैंकिंग सेक्टर की इसमें महत्वपूर्ण भूमिका है. बैंक प्राथमिकता वाले क्षेत्रों को लक्ष्य के अनुरुप ऋण प्रदान कर देश की जीडीपी और रोजगार वृद्धि में बड़ा योगदान दे सकते हैं. सीएम शासन सचिवालय के कॉन्फ्रेंस हाॅल में नाबार्ड की ओर से आयोजित राज्य स्तरीय ऋण संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे.

जीडीपी एवं रोजगार बढ़ाने में बैंकिंग सेक्टर की अहम भूमिकाः मुख्यमंत्री गहलोत

सीएम गहलोत ने कहा कि कृषि, पशुपालन, डेयरी, हस्तशिल्प, जल संरक्षण, ग्रामीण विकास एवं स्वरोजगार सहित अन्य क्षेत्रों में अपार संभावनाएं मौजूद हैं. उन्होंने कहा कि नाबार्ड सहित अन्य बैंकिंग संस्थाए इन क्षेत्रों को आगे बढ़ाकर देश एवं प्रदेश के विकास में अहम भूमिका निभा सकते हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार सोलर एनर्जी, विंड एनर्जी, उद्योग, कृषि प्रसंस्करण तथा एमएसएमई सेक्टर के विकास के लिए नई नीतियां लेकर आई है. इसी के साथ बाड़मेर में रिफाइनरी सह पेट्रोकैमिकल कॉम्प्लेक्स पर भी तेजी से काम चल रहा है. ऐसे में नाबार्ड एवं बैंको की प्रदेश में भूमिका और बढ़ेगी.

पढ़ें- रसोई गैस की बढ़ती कीमतों पर राजस्थान सरकार चिंतित, केंद्र को लिखा पत्र

गहलोत ने कहा कि नाबार्ड ने पहले भी राज्य के विकास में आगे बढ़कर सहयोग किया है और आगे भी नाबार्ड इसी तरह अपनी भूमिका का निर्वहन करेगा. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीयकृत बैंकों ने जिस प्रकार उद्योगपतियों के कर्ज का वन टाइम सेटलमेंट कर उद्योगों को राहत दी है, उसी तरह अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण स्थान रखने वाले कृषि क्षेत्र को और मजबूत करने के लिए उन्हें राज्य में किसानों के ऋण का वन टाइम सेटलमेंट करने पर भी विचार करना चाहिए.

स्टेट फोकस पेपर का हुआ विमोचन

मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि प्रदेश में सहकारी बैंकों और भूमि विकास बैंकों के माध्यम से किसानों का ऋण माफ किए जाने से किसानों को राहत मिली है. मुख्यमंत्री ने इस मौके पर नाबार्ड के वर्ष 2020-21 के स्टेट फोकस पेपर का विमोचन किया. इस पेपर में नाबार्ड की ओर से राज्य में प्राथमिकता क्षेत्रों को 2 लाख 11 हजार 659 करोड़ रुपए के ऋण वितरण का आकलन किया गया है. जिसमें से 65 फीसदी कृषि, 22 फीसदी एमएसएमई और शेष 13 फीसदी हिस्सा अन्य प्राथमिकता वाले क्षेत्रों के लिए निर्धारित किया गया है.

पढ़ेंः भर्तियों को लेकर सीएम गहलोत हर महीने करेंगे समीक्षा बैठक

इस दौरान मुख्य सचिव डीबी गुप्ता ने कहा कि बैंक प्राथमिकता वाले क्षेत्रों को ऋण वितरण करने के लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में मजबूती से प्रयास करें. इससे ग्रामीण क्षेत्र में जनता की सामाजिक एवं आर्थिक स्थिति में सुधार तथा राज्य सरकार की योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन में मदद मिलेगी.

नाबार्ड का इस वर्ष का मुख्य फोकस हाईटेक कृषि पर हैः सुरेश चंद्र

नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक सुरेश चंद्र ने कहा कि स्टेट फोकस पेपर के तहत नाबार्ड का इस वर्ष का मुख्य फोकस हाईटेक कृषि पर है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार कृषक उत्पादक समूहों (एफपीओ) तथा एमएसएमई को प्रोत्साहित कर रही है. नाबार्ड इसमें पूरा सहयोग करेगा.

Intro:
नोट:- इस खबर की फीड सुबह सीएम live के नाम से भेजी हुई है

राज्य स्तरीय ऋण संगोष्ठी

जीडीपी एवं रोजगार बढ़ाने में बैंकिंग सेक्टर की अहम भूमिका -मुख्यमंत्री


एंकर:- मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि वर्तमान आर्थिक हालातों
को देखते हुए अर्थव्यवस्था में सुधार हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। बेंकिंग सेक्टर की
इसमें महत्वपूर्ण भूमिका है। बैंक प्राथमिकता वाले क्षेत्रों को लक्ष्य के अनुरुप ऋण प्रदान कर देश
की जीडीपी और रोजगार वृद्धि में बडा योगदान दे सकते हैं।

गहलोत बुधवार को शासन सचिवालय के काॅन्फे्रंस हाॅल में नाबार्ड की ओर से
आयोजित राज्य स्तरीय ऋण संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कृषि, पशुपालन,
डेयरी, हस्तशिल्प, जल संरक्षण, ग्रामीण विकास एवं स्वरोजगार सहित अन्य क्षेत्रों में अपार
संभावनाएं मौजूद हैं। नाबार्ड सहित अन्य बैकिंग संस्थाए इन क्षेत्रों को आगे बढ़ाकर देश एवं
प्रदेश के विकास में अहम भूमिका निभा सकते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार सोलर एनर्जी, विंड एनर्जी, उद्योग, कृषि प्रसंस्करण
तथा एमएसएमई सेक्टर के विकास के लिए नई नीतियां लेकर आई है। इसी के साथ बाड़मेर में
रिफाइनरी सह पेट्रोकैमिकल काॅम्प्लेक्स पर भी तेजी से काम चल रहा है। ऐसे में नाबार्ड एवं बैंको की प्रदेश में भूमिका और बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि नाबार्ड ने पहले भी राज्य के विकास में
आगे बढकर सहयोग किया है। आशा है आगे भी नाबार्ड इसी तरह अपनी भूमिका का निर्वहन
करेगा।
गहलोत ने कहा कि राष्ट्रीयकृत बैंकों ने जिस प्रकार उद्योगपतियों के कर्ज का वन
टाइम सेटलमेंट कर उद्योगों को राहत दी है उसी तरह अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण स्थान रखने
वाले कृषि क्षेत्र को और मजबूत करने के लिए उन्हें राज्य में किसानों के ऋण का वन टाइम
सेटलमेंट करने पर भी विचार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सहकारी बैंको एवम भूमि
विकास बैंको के माध्यम से किसानों का ऋण माफ किए जाने से किसानों को राहत मिली है।
मुख्यमंत्री ने इस मौके पर नाबार्ड के वर्ष 2020-21 को स्टेट फोकस पेपर का विमोचन
किया। इस पेपर में नाबार्ड द्वारा राज्य में प्राथमिकता क्षेत्रों को 2 लाख 11 हजार 659 करोड़
रूपए के ऋण वितरण का आकलन किया गया है। जिसमें से 65 प्रतिशत कृषि, 22 प्रतिशत
एमएसएर्मइ एवं शेष 13 प्रतिशत हिस्सा अन्य प्राथमिकता वाले क्षेत्रों के लिए निर्धारित किया गया
है।
मुख्य सचिव डीबी गुप्ता ने कहा कि बैंक प्राथमिकता वाले क्षेत्रों को ऋण वितरण
करने के लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में मजबूती से प्रयास करें। इससे ग्रामीण क्षेत्र में
जनता की सामाजिक एवं आर्थिक स्थिति में सुधार तथा राज्य सरकार की योजनाओं के बेहतर
क्रियान्वयन में मदद मिलेगी।
नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक सुरेश चंद्र ने कहा कि स्टेट फोकस पेपर के तहत
नाबार्ड का इस वर्ष का मुख्य फोकस हाईटेक कृषि पर है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार कृषक
उत्पादक समूहों (एफपीओ) तथा एमएसएमई को प्रोत्साहित कर रही है। नाबार्ड इसमें पूरा
सहयोग करेगा।Body:ViConclusion:Vo
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