जयपुर. प्रदेश के सरकारी कॉलेजों के नवनियुक्त सहायक आचार्यों ने राजस्थान यूनिवर्सिटी के मानविकी पीठ सभागार में दीपावली स्नेह मिलन समारोह का आयोजन किया. समारोह में कॉलेज आयुक्त प्रदीप कुमार बोरड़ मौजूद रहे. इसी बीच प्रोफेसर ने कमिश्नर के सामने अपनी मांगें रखी. जिसमें मुख्य मांग यूजीसी नियमअनुसार असिस्टेंट प्रोफेसर का प्रोबेशन दो वर्ष की बजाए एक वर्ष किया जाए और ग्रीष्मकालीन अवकाश या अन्य अवकाश को बुलाए जाने पर पीएल दिया जाए.
साथ ही उन्होंने कहा कि एकेडमिक लीव देने का स्पष्ट लेटर दोबारा निकाला जाए. प्रोबेशन के दौरान पीएचडी या अन्य शोध कार्य के लिए टीआरएफ दिया जाए. विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में नॉन टीचिंग स्टाफ लगाए जाए. विश्वविद्यालय व आरपीएससी असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती के रुके परिणाम को जल्द निकलवाकर शीघ्र नियुक्तियां दी जाए.
सहायक आचार्य विजय गठाला ने बताया कि दीवाली मिलन समारोह के साथ सभी ने अपनी मांगे कॉमिशनर के सामने रखी. जिसमें आयुक्त ने आश्वासन दिया है. वहीं, आयुक्त बोरड़ ने आचार्यों को काम के प्रति उत्साहित किया और बेहतर परिणाम देने के लिए कहा.
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इस दौरान बोरड़ ने मंच से कहा कि कॉलेजों में शिक्षा के स्तर को बढ़ाए ताकि स्टूडेंट्स को निजी कोचिंग में ना जाना पड़े. परेंट्स टीचर्स मीटिंग को प्रभावी बनाने की बात भी कही. स्टूडेंट्स को प्रतियोगी परीक्षा की जानकारी देने को कहा, कॉलेजों की अन्य गतिविधियों के साथ कौशल विकास योजना के तहत स्टूडेंट्स को मोटीवेट किया जाए ताकि स्टूडेंट्स खुद का काम शुरू कर सके.