जयपुर. लाहोटी शुक्रवार को ग्रेटर नगर निगम में हुई मानसरोवर जोन की बैठक में शामिल होने पहुंचे. यहां सीवर और सफाई की बिगड़ी व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए उन्होंने महापौर को स्पष्ट शब्दों में कहा कि यदि निगम प्रशासन इन समस्याओं का निराकरण (Lahoti on Cleaning and Sewer Problems) नहीं करता है तो पार्षदों के साथ निगम मुख्यालय में धरना दिया जाएगा. बीजेपी विधायक ने आगे कहा कि फिर ये सवाल भी उठेंगे कि आखिर क्यों बीजेपी पार्षदों को अपने ही बोर्ड और मेयर के खिलाफ धरना देने की जरूरत पड़ी.
आम जनता के नियमित कार्यों में सबसे बड़ा रोल नगर निगम का है. स्वच्छता, सीवरेज, लाइट से लेकर उद्यान तक हर क्षेत्र में निगम की सबसे बड़ी भूमिका है. लेकिन सांगानेर विधानसभा क्षेत्र की सफाई-व्यवस्था (sanganer latest news) पर खुद स्थानीय विधायक अशोक लाहोटी ने सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि क्षेत्र में कचरा उठता नहीं है, घरों तक कचरा संग्रहण करने वाली गाड़ियां पहुंच नहीं रहीं और सीवरेज सबसे बड़ी समस्या बनी हुई है.
सीवरेज जाम होने पर लोगों के घरों में गंदा पानी पहुंच जाता है. इन छोटी-छोटी समस्याओं को मानसरोवर जोन की मीटिंग में अधिकारियों और महापौर के सामने रखा है और जल्द इन समस्याओं का निराकरण नहीं हुआ तो पार्षदों के साथ निगम मुख्यालय में धरना दिया जाएगा. लाहोटी ने कहा कि सांगानेर विधानसभा क्षेत्र के आउटर वार्ड 65, 68, 71, 74, 83 इन वार्डों में लाइटों की बड़ी समस्या है. सैकड़ों कॉलोनियों में हजारों लाइट लगना बाकी है. जबकि लाइट केंद्र सरकार दे रही है.
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अभी जितने भी विकास कार्य नगर निगम में चल रहे हैं, उसका पैसा एनकैप फंड के तहत आया हुआ है. स्वच्छ भारत अभियान का बहुत बड़ा फंड निगम के पास पड़ा है. लेकिन न झाड़ू लगती है, न कचरा समय पर उठाया जा रहा है. निगम के अधिकारी और कर्मचारी काम नहीं कर रहे हैं. ऐसे में उन्हें चेताने के लिए यहां पहुंचे हैं. जनता त्राहि-त्राहि कर रही है और अधिकारी एसी कमरों में बैठे हैं इससे ज्यादा दयनीय स्थिति आज से पहले जयपुर शहर की कभी नहीं थी.
इस दौरान विधायक अशोक लाहोटी ने रीको की जमीन पर अवैध कॉलोनी काटे जाने और वहां निगम की ओर से सड़क बिछाने एक-एक खंबे पर दो-दो रोड लाइट लगवाकर कब्जा कराए जाने का आरोप लगाते हुए, इस मामले को विधानसभा में ले जाने की भी बात कही. इससे पहले महापौर शील धाभाई के साथ हुई बैठक के दौरान पार्षदों ने जब अपनी समस्या गिनानी शुरू की तो मेयर ने उन्हें टोक दिया. इस दौरान पार्षद गणेश चौधरी और महापौर के बीच तल्खी भी देखने को मिली.