जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को विधायकों के लिए बनाए जा रहे लग्जरी फ्लैट के उद्घाटन समारोह के दौरान कहा कि मेरे ऊपर आरोप लगाए जा रहे थे कि मैं घर से बाहर नहीं निकल रहा. लेकिन, जब मैं घर से बाहर निकलूंगा और लोग इकट्ठे हो जाएंगे तो मुझ पर फिर यही आरोप लगाया जाएगा कि मैं कोरोना गाइड लाइन के प्रोटोकॉल की पालना नहीं कर रहा हूं, उसे तोड़ रहा हूं. गहलोत ने कहा कि मेरे लिए तो समस्या हो गई है, इस पर क्या करना चाहिए?
क्या बोलीं थीं वसुंधरा?
बता दें, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने हाड़ौती संभाग में बने बाढ़ के हालातों का जायजा लेने के लिए आसमानी दौरा किया था. उसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा था कि प्रदेश की जनता प्राकृतिक आपदा से ग्रसित है और मुख्यमंत्री को घर से बाहर निकलने की फुर्सत नहीं है. राजे ने यहां तक कहा था कि मुख्यमंत्री घर से बाहर निकलें तो उन्हें पता लगे कि प्रदेश की जनता इस समय किस तरह की प्राकृतिक आपदा से गुजर रही है.
यह भी पढ़ेंः Viral Video पर मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावस की प्रतिक्रिया, कहा- अगर जनता रोएगी तो जनप्रतिनिधि को गुस्सा आना वाजिब
हमारे लिए तो समस्या है, क्या करेंः गहलोत
वहीं, बाढ़ ग्रस्त इलाकों के दौरे को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की ओर से सीएम गहलोत पर किए गए जुबानी हमले पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पलटवार किया. गहलोत ने कहा कि मैं इसलिए बाहर नहीं निकल रहा, क्योंकि बाहर जाऊंगा तो भीड़ इकट्ठा होगी, लोग कहेंगे कि देखो खुद मुख्यमंत्री ही प्रोटोकॉल तोड़वा रहे हैं.