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Alwar Mentally Handicapped Girl Case: अरुण चतुर्वेदी ने लिखा मुख्यमंत्री को पत्र, जल्द कार्रवाई की उठाई मांग

अलवर विमंदित बालिका मामले में अरुण चतुर्वेदी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र (Arun Chaturvedi wrote letter to Chief Minister) लिखकर जल्द कार्रवाई करने की मांग की है.

Arun Chaturvedi wrote letter to Chief Minister
अरुण चतुर्वेदी ने लिखा मुख्यमंत्री को पत्र
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Published : Jan 16, 2022, 8:19 PM IST

Updated : Jan 17, 2022, 8:57 AM IST

जयपुर. अलवर में मूक-बधिर बालिका मामले में अब भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र (Arun Chaturvedi wrote letter to Chief Minister) लिखकर मामले में जल्द से जल्द सख्त कार्रवाई करने की मांग की है. पत्र के जरिए चतुर्वेदी ने अलवर पुलिस अधीक्षक के उस बयान पर भी आपत्ति जताई है जिसमें बालिका से दुष्कर्म की बात से ही इनकार कर दिया गया है.


अरुण चतुर्वेदी ने पत्र में लिखा है कि पुलिस अधीक्षक का यह बयान इस मामले के अनुसंधान को प्रभावित करने और दरिंदगी को छुपाने का प्रयास है. चतुर्वेदी ने भारतीय दंड संहिता की धारा 375 में दी गई परिभाषा का उल्लेख करते हुए कहा कि इस घटना को तथ्यों और चिकित्सकों के वक्तव्य के आधार पर स्पष्ट रूप से दुष्कर्म की घटना माना है. चतुर्वेदी के अनुसार मुख्यमंत्री इस प्रकरण को सिर्फ राजनीतिक चश्मे से न देखें बल्कि संपूर्ण प्रदेश के अभिभावक होने के नाते देखें. अरुण चतुर्वेदी ने कहा कि मुख्यमंत्री अपने मंत्रिमंडल के सदस्यों को भी इस प्रकरण में अनर्गल बयानबाजी करने से रोकें.

अरुण चतुर्वेदी ने लिखा मुख्यमंत्री को पत्र

पढ़ें. अलवर विमंदित बालिका केस की जांच CBI को सौंपेगी गहलोत सरकार

चतुर्वेदी ने अपने बयान में यह भी कहा कि मुख्यमंत्री कहते हैं कि अगर 'पीड़ित बालिका के पिता मांग करेंगे तो हम प्रकरण को सीबीआई जांच के लिए भेज सकते हैं लेकिन यह बयान सरकार की बेबसी और राज्य के पुलिस प्रशासन के नाकारापन को दर्शाता है.

जयपुर. अलवर में मूक-बधिर बालिका मामले में अब भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र (Arun Chaturvedi wrote letter to Chief Minister) लिखकर मामले में जल्द से जल्द सख्त कार्रवाई करने की मांग की है. पत्र के जरिए चतुर्वेदी ने अलवर पुलिस अधीक्षक के उस बयान पर भी आपत्ति जताई है जिसमें बालिका से दुष्कर्म की बात से ही इनकार कर दिया गया है.


अरुण चतुर्वेदी ने पत्र में लिखा है कि पुलिस अधीक्षक का यह बयान इस मामले के अनुसंधान को प्रभावित करने और दरिंदगी को छुपाने का प्रयास है. चतुर्वेदी ने भारतीय दंड संहिता की धारा 375 में दी गई परिभाषा का उल्लेख करते हुए कहा कि इस घटना को तथ्यों और चिकित्सकों के वक्तव्य के आधार पर स्पष्ट रूप से दुष्कर्म की घटना माना है. चतुर्वेदी के अनुसार मुख्यमंत्री इस प्रकरण को सिर्फ राजनीतिक चश्मे से न देखें बल्कि संपूर्ण प्रदेश के अभिभावक होने के नाते देखें. अरुण चतुर्वेदी ने कहा कि मुख्यमंत्री अपने मंत्रिमंडल के सदस्यों को भी इस प्रकरण में अनर्गल बयानबाजी करने से रोकें.

अरुण चतुर्वेदी ने लिखा मुख्यमंत्री को पत्र

पढ़ें. अलवर विमंदित बालिका केस की जांच CBI को सौंपेगी गहलोत सरकार

चतुर्वेदी ने अपने बयान में यह भी कहा कि मुख्यमंत्री कहते हैं कि अगर 'पीड़ित बालिका के पिता मांग करेंगे तो हम प्रकरण को सीबीआई जांच के लिए भेज सकते हैं लेकिन यह बयान सरकार की बेबसी और राज्य के पुलिस प्रशासन के नाकारापन को दर्शाता है.

Last Updated : Jan 17, 2022, 8:57 AM IST
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