बाड़मेर. जिले के जसोल कस्बे में रविवार को तेज अंधड़ के कारण रामकथा का पांडाल गिर गया. इस दौरान तेज बारिश आने से पांडाल में करंट फैलने से 14 लोगों की मौत हो गई. जबकि कई लोग घायल हो गए. घायलों को बालोतरा के नाहटा अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां जोधपुर और बाड़मेर से मेडिकल टीमों को बुलाया गया. वहीं गंभीर घायलों को जोधपुर रेफर किया गया है. हादसे में मृतक 14 लोगों की शिनाख्त हो गई है, जिनका पोस्टमार्टम कर दिया गया है. 9 शवों को परिवारों को सुपुर्द कर दिया गया है.
मृतकों के परिजनों और घायलों को सहायता राशि की घोषणा
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हादसे पर गहरी संवेदना व्यक्त की है. सीएम ने जोधपुर के संभागीय आयुक्त बीएल कोठारी को घटना की जांच के निर्देश दिए हैं. गहलोत ने हादसे में मृतकों के आश्रितों को 5-5 लाख रुपए की सहायता एवं घायलों को 2-2 लाख रुपए की सहायता राशि देने की घोषणा की. सीएम गहलोत दुर्घटना में मृतकों के प्रति गहरा शोक व्यक्त किया है. वहीं घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की है. सीएम ने कहा कि संकट की इस घड़ी में राज्य सरकार पीड़ितों के साथ और उनके हर संभव मदद के लिए तत्पर है.
संभागीय आयुक्त और आईजी भी पहुंचे मौके पर
जोधपुर के संभागीय आयुक्त बीएल कोठारी ने हादसे के कारणों पर फिलहाल कुछ भी बताने में असमर्थता जाहिर करते हुए कहा कि जांच के बाद ही कारणों का पता चल पाएगा. वहीं जोधपुर आईजी सचिन मित्तल ने बताया कि पांडाल गिरने के बाद मची अफरा-तफरी में घायल हुए लोगों को बालोतरा अस्पताल में भर्ती कराया गया है. प्रथम दृष्टया 14 लोगों की मौत हुई है, वहीं करीब 50 लोग घायल हुए हैं. घायलों का बेहतर इलाज हमारी पहली प्राथमिकता है. वहीं पूरे मामले की जांच की जाएगी.