जयपुर. राजस्थान में होने वाले पंचायत चुनाव संपन्न कराने के लिए जिला कलेक्टर ने सचिवालय कर्मचारियों और अनुभाग अधिकारियों की ड्यूटी लगा दी है. चुनाव ड्यूटी का प्रपत्र पहुंचने पर कर्मचारी और अधिकारी लामबंद हो गए.
सचिवालय कर्मचारी-अधिकारी संघ के अध्यक्ष ने मुख्य सचिव निरंजन आर्य (Chief Secretary Niranjan Arya) से मुलाकात की और चुनाव ड्यूटी निरस्त करवाने का आग्रह किया. दूसरी ओर सचिवालय कर्मचारियों के नेताओं ने चुनाव ड्यूटी लगने के विरोध में सचिवालय (Jaipur Secretariat) में मुख्यमंत्री विल गेट नंबर 1 के बाहर धरना दिया.
कर्मचारी नेताओं ने सामूहिक फोरम बनाने का हवाला देते हुए कहा सचिवालय में नीति निर्धारण के कार्य होते हैं, उनका सीधा पब्लिक से जुड़ाव नहीं होता. ऐसे में चुनाव ड्यूटी लगाना गलत है. सचिवालय कर्मचारियों अधिकारियों ने एकजुट होकर कहा है कि जब तक चुनाव ड्यूटी निरस्त करने के आदेश जारी नहीं हो जाते, तब तक धरना चलता रहेगा.
बता दें कि सचिवालय में सरकार के नीति निर्धारण से लेकर आम जनता के लिए बनने वाली योजनाओं का और उनके इंप्लीमेंट को लेकर कामकाज होता है. लेकिन जिस तरीके से सचिवालय कर्मचारी धरने पर बैठे हैं, उसके बाद ये सभी कामकाज प्रभावित हो रहे हैं.
इनकी लगी चुनाव में ड्यूटी
सचिवालय के निजी सहायक, निजी सचिव, कनिष्ठ लिपिक, शासन सचिव तक 600 से ज्यादा अधिकारियों और कर्मचारियों की ड्यूटी चुनाव में लगा दी गई है. चुनाव ड्यूटी निरस्त करने को लेकर मुख्य सचिव से लेकर कार्मिक विभाग के सचिव तक से गुहार लगाई गई, सभी ने आश्वस्त किया कि चुनाव ड्यूटी निरस्त कर दी जाएगी, लेकिन अभी तक चुनाव ड्यूटी निरस्त नहीं की गई है. जबकि कर्मचारी 11 अगस्त से चुनाव ड्यूटी लगने के बाद से ही ड्यूटी निरस्त करने की मांग कर रहे हैं.