जयपुर. आमागढ़ धर्मध्वजा विवाद (Amagarh Fort Dispute) को लेकर जयपुर में रविवार को दिनभर सियासी हलचल देखने को मिली. जहां रामकेश मीणा (Ramkesh Meena) की सभा में डीजे की धुनों पर प्रदर्शनकारी नाचते हुए नजर आए तो वहीं किरोड़ी (Kirori Lal Meena) समर्थकों ने जेएलएन मार्ग जाम किया.
दरअसल, गांधी सर्किल के पास सुबह 11 बजे से ही रामकेश मीणा के समर्थकों का जुटना शुरू हो गया. कुछ ही देर में राजस्थान कॉलेज के मैदान में इन समर्थकों की सभा शुरू हुई, लेकिन इसमें डीजे के साउंड वाली गाड़ियां भी आ गईं. देखते ही देखते सभा में नाचने-गाने का दौर शुरू हो गया.
डीजे की धुनों पर महिलाओं ने नाचना शुरू किया और यहां मौजूद प्रदर्शनकारी मोबाइल पर उसका वीडियो बनाने में ही मशगूल दिखे. आलम यह रहा कि मंच पर वक्ता अपना भाषण देते रहे, लेकिन युवा और महिलाओं को एक बड़ा ग्रुप डीजे की धुनों पर नाचता-गाता नजर आया. इस बीच रामकेश मीणा अपने कुछ समर्थकों के साथ गाड़ियों में मुख्यमंत्री आवास (CM House) पहुंचे और ज्ञापन दिया. ज्ञापन के जरिए आमागढ़ स्थित मीणा समाज के तीर्थ स्थल पर पिछले दिनों से लगाए गए भगवा ध्वजा और विश्व हिंदू परिषद व राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े लोगों के बयानों का भी जिक्र किया और गिरफ्तारी की मांग की.
किरोड़ी समर्थकों ने JLN मार्ग किया जाम, किरोड़ी भी पहुंचे...
विधायक रामकेश मीणा की सभा के दौरान किरोड़ी मीणा समर्थक माने जाने वाले नरेश मीणा भी कुछ समय मौजूद रहे, लेकिन बीच में यह कहकर अपने समर्थकों के साथ वहां से निकल गए कि सांसद किरोड़ी मीणा तो पुलिस की हिरासत में हैं. ऐसे में हम यहां सभा में नहीं बैठ सकते हैं और फिर नरेश मीणा राजस्थान कॉलेज के बाहर जेएलएन मार्ग पर अपने समर्थकों के साथ बैठ गए. जिसके चलते कुछ घंटे तक जेएलएन मार्ग जाम रहा.
कुछ देर में भाजपा सांसद किरोड़ी लाल मीणा भी विद्याधर नगर पुलिस थाने से रिहा होकर सीधे यहां आ गए और समर्थकों के साथ सड़क पर धरने पर बैठ गए. इनकी मांग थी कि आमागढ़ किले (Amagarh Fort) पर मौजूद शिव मंदिर को पूजा-अर्चना के लिए मीणा समाज को सौंपा जाए. साथ ही मीणा समाज के अन्य धार्मिक स्थलों पर हो रहे अतिक्रमण भी हटाया जाए. आमागढ़ किले पर मीणा समाज का ध्वजा नहीं हटे. किरोड़ी मीणा और उनके समर्थक यह चाहते थे कि प्रशासन इन सभी मांगों पर लिखित सहमति दे, तभी वे धरना खत्म करेंगे.