जयपुर. जिले की सभी पंचायत समितियों और जिला परिषद में 25 साल बाद प्रशासक लगा दिए गए है. जिला परिषद का कार्यकाल खत्म होने के बाद राज्य सरकार की ओर से यह प्रशासक लगाए गए हैं. जिला परिषद में सीईओ भारती दीक्षित और पंचायत समितियों में विकास अधिकारी प्रशासक की भूमिका निभाएंगे. जिला परिषद और पंचायत समिति में पंचायती राज चुनाव समय पर नहीं होने के कारण यह प्रशासक लगाए गए है.
1995 के 25 साल के लंबे अंतराल के बाद ग्राम पंचायत, पंचायत समिति और जिला परिषद की कमान अधिकारियों के हाथों में आ गई है. 1994 पंचायती राज अधिनियम में संशोधन के बाद लगातार चुनाव होते आए हैं और परिषद और पंचायत समिति की कमान जनप्रतिनिधियों के हाथों में ही रही है. 5 साल पहले 6 फरवरी को पंचायती राज के चुनाव हुए थे और 7 फरवरी को जिला प्रमुख ने कार्यभार ग्रहण किया था.
कार्यकाल पूरा होने के बाद जिला प्रमुख मूलचंद मीणा ने अपनी कुर्सी खाली कर दी है. गाड़ी को भी जिला परिषद में रखवा दिया गया है. उनके दफ्तर में ताला लगा दिया गया है और नेम प्लेट भी हटा दी गई है. अब जिला परिषद की कोई भी कार्रवाई प्रशासन की ओर से ही की जाएगी.
पढ़ेंः मंडरायल के जंगलों से डकैत रामवीर गुर्जर गिरफ्तार
ये बने प्रशासक
जयपुर जिले में जिला परिषद की सीईओ भारती दीक्षित को प्रशासक बनाया गया है. इसके अलावा 22 पंचायत समितियों में विकास अधिकारियों और 363 ग्राम पंचायतों में ग्राम सेवकों को प्रशासक की जिम्मेदारी दी गई है. अब सभी काम इन प्रशासको की स्वीकृति से ही किए जाएंगे. विकास अधिकारी के हस्ताक्षर से ही विकास कार्य के लिए राशि निकाली जाएगी.