भरतपुर: पुलिस की दबंगई कोई नई बात नहीं, लेकिन इस बार भरतपुर में मामला उल्टा पड़ गया. एक पुलिसकर्मी ने जब दुकानदार को धमकाते हुए कहा कि पंडित जी, खुद को मत समझो सीएम. भजनलाल भी बचाने नहीं आएगा...तो उसे शायद अंदाजा भी नहीं था कि यह एक वायरल वीडियो में बदल जाएगा और उसकी नौकरी पर खतरा मंडराने लगेगा.
सोशल मीडिया पर आग की तरह फैले इस वीडियो ने पुलिस महकमे में हड़कंप मचा दिया. आनन-फानन में चार पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया गया, जबकि एक को सस्पेंड कर दिया गया. यह पूरा विवाद तब शुरू हुआ जब भरतपुर के एक व्यापारी से हुई बहस के दौरान एक डीएसटी पुलिसकर्मी अपनी वर्दी के रौब में चूर होकर सीएम तक को घसीट लाया. दुकानदार को डराने के लिए उसने कह दिया कि भजनलाल भी बचाने नहीं आएगा, लेकिन शायद उसे अंदाजा नहीं था कि पास ही लगा सीसीटीवी कैमरा उसकी पूरी फिल्म रिकॉर्ड कर रहा था.
देखते ही देखते वीडियो वायरल हो गया. लोगों ने इसे शेयर किया और मामला सीधे बड़े अधिकारियों तक पहुंच गया. आनन-फानन में पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा को तुरंत एक्शन लेना पड़ा. डीएसटी में तैनात चार पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया गया, जबकि बयान देने वाले पुलिसकर्मी रितेश को सस्पेंड कर दिया गया. सोशल मीडिया पर आग की तरह फैले इस वीडियो ने पुलिस महकमे में हड़कंप मचा दिया. मामला तूल पकड़ते ही एसपी मृदुल कच्छावा ने एक्शन लिया और बयान जारी करते हुए कहा कि इस मामले में पुलिसकर्मी रितेश को सस्पेंड कर दिया गया है, जबकि चार अन्य पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर किया गया है.