जयपुर. सूरत में कोचिंग सेंटर में आग लगने के बाद राजधानी के कोचिंग संस्थाओं की फायर एनओसी जांच की जा रही है. ईटीवी भारत ने भी पिछले दिनों कई कोचिंग सेंटर का जायजा लिया.
पड़ताल में सामने आया कि अधिकतर संस्थाओं के पास फायर एनओसी ही नहीं थी. जिस पर संज्ञान लेने के बाद अब निगम प्रशासन कोचिंग संस्थानों को सीज करने की कार्रवाई कर रहा है.
सूरत अग्निकांड और हाईकोर्ट के निर्देशों की पालना करते हुए जिन कोचिंग सेंटर के पास फायर एनओसी नहीं है, उन्हें सीज करने की कार्रवाई की जा रही है. इस क्रम में नगर निगम मुख्यालय के ठीक सामने बने पैरामाउंट कोचिंग सेंटर की बिल्डिंग को सीज किया गया है. निगम फायर शाखा की ओर से इस कोचिंग संस्थान को 2 बार नोटिस देकर व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के निर्देश दिए गए थे. बावजूद इसके कोचिंग सेंटर की ओर से गंभीरता नहीं दिखाई गई. जिसके चलते कोचिंग सेंटर को सीज कर दिया गया.
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इस संबंध में एएफओ राजेंद्र नागर ने बताया की जयपुर के तमाम कोचिंग सेंटर संचालकों को फायर एनओसी लेने और व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के संबंध में दो-दो बार नोटिस दिया जा चुका है. इनमें से कुछ कोचिंग सेंटर की ओर से व्यवस्थाएं सुधारी गई हैं. जिन कोचिंग सेंटरों में निगम के नोटिस को गंभीरता से नहीं लिया. उन पर कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने बताया कि शहर में दो दर्जन से ज्यादा कोचिंग संस्थान बिना फायर एनओसी के चल रहे हैं. इसको लेकर निगम की सतर्कता शाखा और जोन कार्यालय मिलकर कार्रवाई को अंजाम दे रहे हैं.
नागर ने बताया कि जिन कोचिंग संस्थानों में फायर एनओसी, फायर इक्विपमेंट, फायर एग्जिट नहीं है. वहां नोटिस दिए गए हैं. इसके साथ ही जो कोचिंग सेंटर बेसमेंट में चल रहे हैं या जहां ज्वलनशील सामग्री का इस्तेमाल किया जा रहा है उन्हें भी नोटिस दिया गया है.