जयपुर. जिला कलेक्ट्रेट में रविवार को हुई प्रभारी मंत्रियों की बैठक में पड़ी फटकार का असर अधिकारियों पर दिखाई दे रहा है. शुद्ध के लिए युद्ध अभियान में नाराजगी जताने के बाद अब अधिकारी लगातार कार्रवाई कर रहे हैं और दुकानों से सैंपल भी ले रहे हैं. मिलावटखोरों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए जयपुर जिला प्रशासन द्वारा 26 अक्टूबर से शुद्ध के लिए युद्ध अभियान चलाया जा रहा है.
दीवाली से पहले यह अभियान जोर शोर से चल रहा था लेकिन दीवाली के बाद यह अभियान ठंडे बस्ते में चला गया था और कभी-कभी ही कार्रवाई हो रही थी. रविवार को उद्योग मंत्री परसादी लाल मीणा और श्रम राज्यमंत्री टीकाराम जूली ने अधिकारियों की बैठक ली थी. जिसमें शुद्ध के लिए युद्ध अभियान को लेकर नाराजगी जताई गई थी. तब से लगातार कार्रवाई की जा रही है. बुधवार को जिला जयपुर प्रथम की टीम ने गांव टोडी स्थित मैंसर्स आदिनाथ फ्लोर मिल के यहां से सूजी और मैदा का एक-एक नमूना लिया.
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जयपुर द्वितीय की टीम ने रीको इंडस्ट्रियल एरिया, सीतापुरा स्थित मैसर्स श्री श्याम फ़ूड प्रोडक्ट्स से आटा एवं मैदा का एक-एक सैम्पल लिया. अतिरिक्त जिला कलेक्टर चतुर्थ एवं अभियान के प्रभारी अशोक कुमार ने बताया कि जिला कलेक्टर अन्तर सिंह नेहरा ने उपभोक्ताओं को शुद्ध खाद्य सामग्री उपलब्ध कराने की सुनिश्चितता के लिए चार टीमों का गठन किया है. साथ ही जिला स्तरीय प्रबन्ध समिति का भी गठन किया गया है.
यह समिति जांच दलों द्वारा की गई कार्यवाही, दर्ज एफआईआर सहित इसके सभी पक्षों की समीक्षा करेगी. उन्होंने बताया कि अभियान के अंतर्गत दूध से बने उत्पादों को जैसे- मावा, पनीर, अन्य दुग्ध उत्पादों की जाँच, आटा-बेसन, खाद्य तेल एवं घी, सूखे मेवे, मसाले, बाट एवं माप की जाँच को प्राथमिकता दी जायेगी. जांच दलों में उपखण्ड अधिकारी, पुलिस निरीक्षक, खाद्य सुरक्षा अधिकारी, विधिक-माप विज्ञान अधिकारी सहित अन्य अधिकारियोें का एक संयुक्त दल बनाया गया है. इस दल द्वारा खाद्य पदार्थों का समय पर निरीक्षण कर नमूना लिया जायेगा एवं नमूनों की फूड टेस्टिंग लैब में जाँच करवाकर आवश्यक विधिक कार्रवाई की जायेगी.