जयपुर. प्रदेश के ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर के एक ट्वीट ने शनिवार को लॉकडाउन पर पानी फेर दिया. मजदूरों और आम आदमी के लिए बस चलवा देने के ट्वीट के बाद हजारों की संख्या में लोग घरों से बाहर निकलकर सिंधी कैंप बस स्टैंड जा पहुंचे. इस दौरान ना तो वहां पर्याप्त बसें मौजूद थी. यही नहीं कोरोना संक्रमण रोकने के लिए जिस सोशल डिस्टेंस की बात की जा रही थी, उसकी भी धज्जियां उड़ गई.
बस सेवा चालू करवा दी गई है, जो मजदूर या आम आदमी पैदल घर जाने के लिए निकल चुके हैं, उनके लिए बस चलवा दी गई है. प्रदेश के ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर प्रताप सिंह खाचरियावास का ये ट्वीट प्रदेश में अब तक किए लॉक डाउन पर तो भारी पड़ा ही. साथ ही कोरोना वायरस को न्योता देने वाला ट्वीट बना.
-
मैंने सभी अधिकारियों को आदेश दे दिए है ,बस सेवा चालू करवा दी गयी है जो मज़दूर या आम आदमी पैदल घर जाने के लिए निकल चुके है उनके लिए बस चलवा दी गयी है उनको उनके स्थान पर पहुँचवा दिया जाएगा राजस्थान में किसी को दुःखी या परेशान होने की कोई ज़रूरत नही है राजस्थान सरकार उनके साथ है | pic.twitter.com/aZs5sLdF3j
— Pratap Khachariyawas (@PSKhachariyawas) March 28, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">मैंने सभी अधिकारियों को आदेश दे दिए है ,बस सेवा चालू करवा दी गयी है जो मज़दूर या आम आदमी पैदल घर जाने के लिए निकल चुके है उनके लिए बस चलवा दी गयी है उनको उनके स्थान पर पहुँचवा दिया जाएगा राजस्थान में किसी को दुःखी या परेशान होने की कोई ज़रूरत नही है राजस्थान सरकार उनके साथ है | pic.twitter.com/aZs5sLdF3j
— Pratap Khachariyawas (@PSKhachariyawas) March 28, 2020मैंने सभी अधिकारियों को आदेश दे दिए है ,बस सेवा चालू करवा दी गयी है जो मज़दूर या आम आदमी पैदल घर जाने के लिए निकल चुके है उनके लिए बस चलवा दी गयी है उनको उनके स्थान पर पहुँचवा दिया जाएगा राजस्थान में किसी को दुःखी या परेशान होने की कोई ज़रूरत नही है राजस्थान सरकार उनके साथ है | pic.twitter.com/aZs5sLdF3j
— Pratap Khachariyawas (@PSKhachariyawas) March 28, 2020
दरअसल, खाचरियावास के इस ट्वीट के बाद राजस्थान के सीमावर्ती जिलों और दूसरे राज्यों के वो लोग घरों से निकलकर सिंधी कैंप बस स्टैंड जा पहुंच, जो लॉक डाउन के चलते अपने गृह जिले नहीं जा पा रहे थे. शुरुआत में मामला सामान्य नज़र आ रहा था. लेकिन धीरे-धीरे यहां यात्रियों की संख्या बढ़ती चली गई और ये संख्या हजारों के पार जा पहुंची.
-
मैंने सभी अधिकारियों को आदेश दे दिए है ,बस सेवा चालू करवा दी गयी है जो मज़दूर या आम आदमी पैदल घर जाने के लिए निकल चुके है उनके लिए बस चलवा दी गयी है उनको उनके स्थान पर पहुँचवा दिया जाएगा राजस्थान में किसी को दुःखी या परेशान होने की कोई ज़रूरत नही है राजस्थान सरकार उनके साथ है | pic.twitter.com/aZs5sLdF3j
— Pratap Khachariyawas (@PSKhachariyawas) March 28, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">मैंने सभी अधिकारियों को आदेश दे दिए है ,बस सेवा चालू करवा दी गयी है जो मज़दूर या आम आदमी पैदल घर जाने के लिए निकल चुके है उनके लिए बस चलवा दी गयी है उनको उनके स्थान पर पहुँचवा दिया जाएगा राजस्थान में किसी को दुःखी या परेशान होने की कोई ज़रूरत नही है राजस्थान सरकार उनके साथ है | pic.twitter.com/aZs5sLdF3j
— Pratap Khachariyawas (@PSKhachariyawas) March 28, 2020मैंने सभी अधिकारियों को आदेश दे दिए है ,बस सेवा चालू करवा दी गयी है जो मज़दूर या आम आदमी पैदल घर जाने के लिए निकल चुके है उनके लिए बस चलवा दी गयी है उनको उनके स्थान पर पहुँचवा दिया जाएगा राजस्थान में किसी को दुःखी या परेशान होने की कोई ज़रूरत नही है राजस्थान सरकार उनके साथ है | pic.twitter.com/aZs5sLdF3j
— Pratap Khachariyawas (@PSKhachariyawas) March 28, 2020
पढ़ें- कोरोना से जंग: नागौर के कई गांवों में सोडियम हाइपोक्लोराइड का किया गया छिड़काव
पुलिस प्रशासन ने पहले व्यवस्था को बनाए रखते हुए वनस्थली मार्ग पर एक-एक मीटर की दूरी पर लोगों को बैठाए रखा, लेकिन जैसे-जैसे यात्रियों की संख्या बढ़ती गई मामला कंट्रोल से बाहर होता चला गया. इस दौरान प्रशासन महज चार बसों को सैनिटाइज कर सिंधी कैंप बस स्टैंड के बाहर लाया. जो हजारों की भीड़ पर नाकाफी थी. इस भीड़ में कोई दिल्ली, कोई यूपी, तो कोई बिहार के थे. जो मजदूरी या दूसरे कार्यों के लिए जयपुर पहुंचे थे और अब घर जाने की बाट जोह रहे है.
लोगों की भीड़ बेकाबू होती देख रोडवेज प्रशासन, जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन के बड़े अधिकारी मौके पर पहुंचे और यूपी, बिहार जाने वाले लोगों से समझाइश करते हुए, उन्हें दोबारा लौटने के निर्देश दिए. साथ ही आश्वस्त किया कि उन्हें राशन पानी की दिक्कत नहीं आएगी. वहीं गुजरात, हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान के सीमावर्ती जिलों के लिए करीब 52 बसें रवाना की गई.
पढ़ें- नागौर: विदेश से नागौर पहुंचा युवक, पुलिस ने अस्पताल में कराया भर्ती
लेकिन इन सबके बीच जिस सोशल डिस्टेंस की बात की जा रही थी. उसकी कहीं भी पालना होती हुई नजर नहीं आई. लोग टुकड़ों में भले ही यहां पहुंचे, लेकिन जब यहां से रवाना हुए तो वो एक बड़ी भीड़ थी. जो कहीं ना कहीं कोरोना संक्रमण को न्योता देती दिखी.