जयपुर. कोविड-19 संक्रमण के इलाज में आयुर्वेदिक दवाओं ने अपना असर दिखाया है और पोस्ट कोविड इफेक्टेड मरीज भी आयुर्वेदिक इलाज के जरिए ठीक हो रहे हैं. इसी के तहत प्रदेश में शनिवार को धन्वंतरी जयंती के मौके पर आयुर्वेद दिवस समारोह का आयोजन किया गया. यह आयोजन इंदिरा गांधी पंचायती राज संस्थान में आयोजित हुआ.
कार्यक्रम में आयुर्वेद के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले आयुर्वेद चिकित्सकों को सम्मानित किया गया. इस मौके पर आयुर्वेद से जुड़े चिकित्सकों ने कहा कि कोविड-19 संक्रमण के दौरान आयुर्वेद की ओर से किए गए इलाज काफी कारगर साबित हुए हैं.
ऐसे में सरकार आयुर्वेद को भी कोविड-19 के इलाज में उचित स्थान दें. आयुर्वेद से जुड़े चिकित्सकों ने कार्यक्रम के दौरान कहा कि आयुर्वेद में कोविड-19 लाइलाज बीमारी की काफी संभावनाएं हैं और अभी तक मेडिकल साइंस कोविड-19 संक्रमण का इलाज नहीं ढूंढ पाई है, ऐसे में सरकार को आयुर्वेद को बढ़ावा देना चाहिए.
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इस दौरान चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने कहा कि आयुर्वेद वैकल्पिक नहीं बल्कि स्थापित और कारगर चिकित्सा पद्धति है और आयुर्वेदिक इलाज में किसी तरह का कोई साइड इफेक्ट नहीं है. मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में आयुर्वेद चिकित्सा को बढ़ावा देने के लिए मेडिकल टूरिज्म और औषधीय प्लांटेशन को बढ़ावा दे रही है. साथ ही राजस्थान में मेडिको टूरिस्ट हब बनाने के लिए 20 स्थानों को चिन्हित किया गया है. जहां नेचुरोपैथी पंच कर योगा सहित सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्थापित किए जाएंगे.