जयपुर. मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय के कुलपति पर विश्वविद्यालय की सेवाओं से बर्खास्त दो सहायक निदेशकों ने नियमों की अनदेखी कर उनके खिलाफ कार्रवाई करने का आरोप लगाया है. उन्होंने इस पूरे मामले में राज्यपाल से दखल देने की मांग की है और न्याय दिलाने की गुहार लगाई है.
दरअसल, हेमराज सिंह चौधरी और भीमराज पटेल ने जयपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय के कुलपति पर आरोप लगाए हैं. उनका कहना है कि उन्होंने 11 जून 2018 को मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय में सहायक निदेशक (शारीरिक शिक्षा) के पद पर सेवभार ग्रहण किया था. उन्होंने दो साल का परिवीक्षा काल भी पूरा कर लिया. जिसकी संतोषप्रद वर्क एंड कंडक्ट रिपोर्ट भी भी उनके विभागाध्यक्ष द्वारा भिजवाई गई थी. इस बीच भर्ती परीक्षा में चयन से वंचित रहे कुछ अभ्यर्थियों की शिकायत पर कुलपति ने पांच सदस्यों की एक कमेटी बना दी.
उनका कहना है कि इस कमेटी के दो सदस्यों ने उनका परिवीक्षा काल आगे बढ़ाने की अनुशंसा की थी. इसके बावजूद 2 जून 2021 को कुलपति ने उन्हें सेवा से बर्खास्त कर दिया. जो असंवैधानिक और नियम विरुद्ध है. सुखाड़िया विश्वविद्यालय की सेवाओं से बर्खास्त हेमराज और भीमराज ने इस पूरे मामले में कुलाधिपति (राज्यपाल) से इस मामले में दखल देकर उन्हें न्याय दिलाने की मांग की है.