बीकानेर. आपदा राहत मंत्री गोविंद मेघवाल शनिवार को बीकानेर पहुंचे. इस दौरान मेघवाल ने प्रमुख कार्यकर्ताओं के साथ 14 अप्रैल को अंबेडकर जयंती के मौके पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम को लेकर चर्चा की. ईटीवी भारत से खास बातचीत में मेघवाल ने बसपा प्रमुख मायावती पर जमकर निशाना साधा.
मेघवाल ने कहा कि बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने अंबेडकर के विचारों के आंदोलन को बेच दिया. कांशीराम ने दलितों को आगे लाने के लिए एक आंदोलन शुरू किया, लेकिन मायावती ने भाजपा से हाथ मिला लिया है और अब भाजपा के सहयोगी के रुप में काम कर रही है. मेघवाल ने कहा कि वे केवल अपने जन्मदिन पर कलेक्शन करती हैं. साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि देश में जो बड़े करदाता हैं, उसमें मायावती भी शामिल हैं. मायावती की कमजोरी को बीजेपी ने पकड़ लिया है. मायावती का दलितों और पिछड़ों में जो कद था, वह अब खत्म हो गया है.
भाजपा के विरोध में कांग्रेस ही विकल्प: इस दौरान भीम आर्मी के चंद्रशेखर और मायावती पर भाजपा विरोधी वोटों के बिखराव का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि इससे कांग्रेस को कमजोर करने का जो काम बीजेपी कर रही है, उसमें मायावती सहयोगी की भूमिका ही निभा रही (Govind Meghwal claims Mayawati supporting BJP to weaken Congress) है. लेकिन कांग्रेस ही दलित और पिछड़ों की सच्ची हिमायती है. ऐसे में कांग्रेस को कमजोर करने की बजाय कांग्रेस को मजबूत करने की जरूरत है. इसलिए मेरा मायावती और चंद्रशेखर से भी यह कहना है कि दलितों को कांग्रेस से विमुख करने का काम नहीं करें.
2023 में फिर आएगी कांग्रेस की सरकार: मेघवाल ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के विजन की तारीफ करते हुए कहा आज देश में सर्वाधिक अनुभव वाले मुख्यमंत्रियों में अशोक गहलोत का नाम है. उन्हें राजनीति का लंबा अनुभव है और इस कार्यकाल के सारे बजट इतने शानदार हैं कि आम जनता के काम हो रहे हैं. आम जनता को उसका लाभ मिल रहा है और यही कारण है कि 2023 में फिर से कांग्रेस की सरकार आएगी. भाजपा में मुख्यमंत्री के दावेदारों की संख्या 10 बताते हुए उन्होंने कहा कि उनके स्थापित नेता को पीछे धकेल दिया गया है. अब नए चेहरे मुख्यमंत्री बनने की दौड़ में हैं. उनमें बिखराव है.