बीकानेर. बीकानेर का नाम जेहन में आते ही यहां की सांस्कृतिक ऐतिहासिक विरासत के अलावा यहां की खानपान की चर्चा पूरे देश में होती है. यही कारण है कि हर दिन बीकानेर से पूरे देश में बड़ी संख्या में रसगुल्ला का उत्पादन होकर बाहर भेजा जाता है, लेकिन बात जब त्योहार की हो तो यह डिमांड दोगुनी हो जाती है.
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पूरी दुनिया में अपने अलग अंदाज से जीने वाले शहर को बीकानेर के रूप में जाना जाता है. हर साल बीकानेर में बड़ी संख्या में देशी और विदेशी पर्यटक यहां के स्थापत्य कला और यहां की संस्कृति को देखने के लिए आते हैं. वैसे तो पर्यटन और धार्मिक पर्यटन क्षेत्र में बीकानेर पूरी दुनिया में अलहदा है. चाहे बात बीकानेर के विश्व प्रसिद्ध एकमात्र चूहों वाले मंदिर यानी की करणी माता का मंदिर की हो या फिर सांख्य दर्शन के प्रणेता कपिल मुनि की तपोभूमि कपिलधाम कोलायत की हो, लेकिन एक खानपान के क्षेत्र में भी बीकानेर का नाम पूरी दुनिया में है और यही कारण है कि बीकानेर का रसगुल्ला और भुजिया वाला शहर के नाम से भी जाना जाता है.
बात जब त्योंहार की हो तो इसका मतलब खुशियों से और खुशियों में बिना मिठाई के मिठास कल्पना नहीं की जा सकती. यही कारण है कि बीकानेरी रसगुल्ला के बिना देश में कोई भी त्योहार नहीं होता है. हर साल बीकानेर से देश और विदेश में निर्यात होने वाले रसगुल्ला भुजिया के बढ़ते हुए दायरे को देखते हुए अब बीकानेर सरस् डेयरी ने इस बार बड़ी मात्रा में बीकानेरी रसगुल्ला, राजभोग, गुलाबजामुन और सोहनपापड़ी की आपूर्ति प्रदेश के सभी जिलों में की है, लेकिन जयपुर और भीलवाड़ा में तो सारे रिकॉर्ड टूट गए. मतलब साफ है इस बार बीकानेरी मिठाइयों को जयपुर और भीलवाड़ा होली के मौके पर जमकर खाएगा.
प्रदेश में दूध को आपूर्ति में निजी क्षेत्र के मुकाबले में सहकारिता क्षेत्र में प्रदेश में डेयरी संघ लगातार काम कर रहे हैं, बीकानेर डेयरी में भी बड़ी मात्रा में दूध की आपूर्ति हर रोज होती है इतना ही नहीं बीकानेर डेयरी से दूध के अलावा पनीर की आपूर्ति भी पूरे देश में होती है, लेकिन पिछले कुछ सालों से बीकानेर डेयरी मिठाई का भी उत्पादन कर रहा था और अब त्योहारों के मौके पर बीकानेर डेयरी ने अपने दायरे को बढ़ाते हुए बड़ी मात्रा में मिठाइयों का नेतृत्व उत्पादन किया बल्कि इनकी आपूर्ति की पूरे प्रदेश के अलग-अलग जिलों में डेयरी संघ के माध्यम से की है और प्रदेश में सदस्य हर पार्लर पर अब बीकानेर के रसगुल्ले सहित अन्य मिठाइयां बिक्री के लिए उपलब्ध है.
बीकानेर डेयरी के क्वालिटी कंट्रोल अधिकारी आरएस सेंगर ने कहा कि बीकानेर डेयरी ने आम उपभोक्ता को अच्छी क्वालिटी की मिठाइयां उपलब्ध करवाने के लिए त्योहारों के मौके पर अपनी उत्पादन क्षमता को बढ़ाया है और इसका अच्छा रिस्पांस मिला है. बीकानेर डेयरी के एमडी सदानंद पुरोहित कहते हैं कि पूरे राजस्थान में डेयरी संघों ने बीकानेर मिठाइयों को लेकर अपना उत्साह दिखाया है और सबसे ज्यादा रेस्पॉन्स जयपुर और भीलवाड़ा का मिला है और ऐसा लग रहा है कि पूरा जयपुर और भीलवाड़ा इस बार होली के मौके पर सिर्फ बीकानेरी रसगुल्ला का ही जाएका लेगा.
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पुरोहित कहते हैं कि आने वाले दिनों में डेयरी की बनाई मिठाइयों के उपलब्ध करवाने के दायरे को बढ़ाते हुए अब हम देश के अलग-अलग राज्यों में भी आपूर्ति करेंगे उन्होंने कहा कि फिलहाल हम पूरे प्रदेश में डेयरी संघों के माध्यम से आपूर्ति कर रहे हैं लेकिन राजस्थान से बाहर डिस्ट्रीब्यूटर चैनल नेटवर्क बनाकर अब जल्दी ही डेयरी की मिठाइयों की उपलब्धता करवाई जाएगी. जिससे डेरी की राजस्व में भी खासा फायदा होगा और अच्छी गुणवत्ता की बीकानेरी मिठाइयां लोगों को मिलेगी.