बीकानेर. कोरोना के चलते हुए लॉकडाउन ने हर चीज को प्रभावित किया है. कोरोना का प्रभाव में परंपराओं और त्योहारों पर पड़ा है. खासतौर से बीकानेर में आने वाले समय में नगर स्थापना दिवस है तो वहीं पवित्र रमजान माह भी शुरू हो रहा है. लेकिन, कोरोना के चलते इस पर असर देखने को मिल रहा है.
दरअसल, कोरोना के चलते हुए लॉकडाउन के बाद हर जगह जनजीवन प्रभावित हुआ है. शनिवार को बीकानेर का स्थापना दिवस है और इन दो दिनों में बीकानेर में जमकर पतंगबाजी होती है. लेकिन, इस बार कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए जिला कलेक्टर ने पतंगबाजी पर पूरी तरह से रोक लगा दी है.
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वहीं दूसरी और पवित्र रमजान माह भी 25 तारीख से शुरू हो रहा है. ऐसे में रोजेदार भी मस्जिद में इकट्ठा होकर नमाज नहीं पढ़ पाएंगे. इसको लेकर भी जिला कलेक्टर ने पिछले दिनों सभी समाजों के गणमान्य लोगों के साथ ही धर्म गुरुओं के साथ बैठक की थी.
बीकानेर के फोटो जर्नलिस्ट कहते हैं कि संक्रमण को रोकना हम सबकी जिम्मेदारी है और इस मुश्किल समय में सबको साथ रहना है. ऐसे में इस बार घरों में रहकर ही इबादत करनी होगी और बीकानेर की स्थापना दिवस के मौके पर सभी समाज और धर्मों के लोग उत्साह से भागीदारी निभाते हैं, लेकिन सबको मिलकर कोरोना को हराना है.
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ऐसे में इस बार परंपरा का निर्वहन सजगता से करना है. हालांकि कोरोना के लेकर ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों के लिए भी आम लोग आगे आए हैं और कड़ी धूप में ड्यूटी दे रहे पुलिस के जवानों के लिए टैंट और पानी चाय की व्यवस्था भी करते नजर आ रहे हैं.
नगर निगम पार्षद रमजान कच्छावा रमजान के महीने में रोजेदारों को घर पर नमाज पढ़ने के लिए लगातार धर्मगुरु भी अपील कर रहे हैं और वह भी इसको लेकर लोगों से अपील कर रहे हैं.
साथ ही उन्होंने कहा कि प्रशासन को भी मुस्लिम मोहल्लों में खासतौर से रोजेदारों के लिए सहरी को लेकर फल-फ्रूट और अन्य राशन सामग्री की व्यवस्था को लेकर उसी समय अनुसार व्यवस्था करनी चाहिए.
साथ ही नगर निगम की ओर से कोरोना की आपदा को लेकर जरूरतमंदों को राशन सामग्री को लेकर उन्होंने कहा कि लगातार जरूरतमंदों को सामग्री का वितरण किया जा रहा है.