भीलवाड़ा. सन 1962 के भारत-चीन युद्ध में कुमाऊं के चार्ली कंपनी के शहीद 114 जवानों को शहर के सूचना केंद्र चौराहे सर्किल पर यादव अहीर महासभा के युवाओं ने 114 कैंडल जलाकर श्रद्धांजलि दी. इस दौरान उन्होंने 2 मिनट का मौन रखकर उन्हें याद भी किया.
युवा महासभा के जिला अध्यक्ष मदन अहीर ने कहा कि भारत-चीन युद्ध के दौरान कुमाऊं की चार्ली कंपनी के 114 जवानों ने अंतिम गोली खाकर वीरगति को प्राप्त हुए थे. इस बलिदान की याद में हर वर्ष इसी दिन रेजांगला शौर्य दिवस मनाया जाता है. इसी को लेकर प्रदेश और पूरे देश में आज के दिन अहीर यादव समाज के लोग इन वीरों को याद करते हुए दीप जलाकर उन्हें श्रद्धांजलि देते हैं.
इसी क्रम में भीलवाड़ा शहर के सूचना केंद्र पर शौर्य दिवस के अवसर पर 114 वीर जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए 114 कैंडल जला कर दो मिनट का मौन रखकर उन्हें याद किया है. बता दें कि वर्ष 1962 में रेजांगला पोस्ट पर हुए इस युद्ध में तत्कालीन 13 कुमाऊं बटालियन के 124 जवानों में से 114 जवान अहीर यादव समाज के शहीद हो गए थे.
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इन जवानों ने 1300 चीनी सैनिकों को मार गिराया था. 18 हजार फीट पर हुए युद्ध में भारतीय सेना के जवानों की वीरता के सामने चीनी सेना कांप उठी थी. रेजांगला पोस्ट पर दिखाई वीरता का सम्मान करते हुए भारत सरकार ने कंपनी कमांडर मेजर शैतान सिंह को जहां मरणोपरांत देश के सर्वोच्च वीरता पुरस्कार परवीर चक्र से अलंकृत किया था. वहीं इस बटालियन के 8 अन्य जवानों को वीर चक्र, 4 को सेना मेडल और 1 को मैंशन इन डिस्पैच का सम्मान प्रदान किया गया था.