भीलवाड़ा. जिले में परशुराम महोत्सव समिति के बैनर तले ब्राह्मण समाज के पदाधिकारियों ने कलेक्ट्रेट पर अपना विरोध दर्ज करवाया. इसके साथ ही जिला कलेक्टर शिवप्रसाद एम नकाते को अपनी कुछ मांगों को पूरा करने के लिए ज्ञापन सौंपा.
ज्ञापन में उन्होंने समाज कल्याण विभाग के सहायक निदेशक शरद शर्मा के निधन के मामले में निष्पक्ष जांच करवाने और 11 हजार केवी लाइन की चपेट में आने से 15 वर्षीय बालिका पूनम शर्मा की मौत के मामले में परिजनों को मुआवजा देने की मांग की है. वहीं उन्होंने चेतावनी दी कि यदि कार्रवाई नहीं की जाती है तो आने वाले समय में ब्राह्मण समाज द्वारा उग्र आंदोलन किया जाएगा.
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राजस्थान ब्राह्मण महासभा के जिलाध्यक्ष गोपाल शर्मा ने कहा कि समाज कल्याण विभाग के सहायक निदेशक शरद शर्मा ने कोरोना वायरस के दौरान लगे लॉकडाउन में अच्छा कार्य किया था. मगर फिर भी जिला परिषद के सीईओ गोपाल राम बिरडा द्वारा उन्हें नोटिस थमा दिया गया. जिसके कारण वह आहत हो गए थे और उनकी तनाव के चलते हार्ट अटैक से मौत हो गई. इसी के कारण हम मांग करते हैं कि उक्त मामले में निष्पक्ष जांच की जाए.
इसके साथ ही शहर की शास्त्री नगर में रहने वाली 15 वर्षीय बालिका पूनम शर्मा की 11000 केवी लाइन की चपेट में आने से हुई मौत के मामले में भी परिजनों को मुआवजा दिया जाए. यदि हमारी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो आने वाले समय में ब्राह्मण महासभा द्वारा उग्र आंदोलन किया जाएगा.