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NPR से आंकड़ों के आधार पर अगली योजना बनाएगा आयोग: कालूलाल गुर्जर

केंद्रीय कैबिनेट ने मंगलवार को NPR यानि राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर को अपडेट करने की मंजूरी दे दी है. अगले साल अप्रैल से होने वाले NPR अपडेशन के लिए इसे मंजूरी मिली है. पूर्व मंत्री कालूलाल गुर्जर ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में बताया, कि NPR आंकड़ों के आधार पर नीति आयोग अगली योजना बनाएगा.

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एनपीआर से होगा फायदा: कालूलाल गुर्जर
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Published : Dec 25, 2019, 1:16 PM IST

भीलवाड़ा. नागरिक संशोधन एक्ट बिल पास होने के बाद देशभर में हंगामे के बीच मंगलवार को केंद्रीय कैबिनेट ने राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर यानि एनपीआर अपडेट करने की मंजूरी दे दी है. राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर अपडेट होने के बाद अगले साल अप्रैल महीने से अपडेट करने का काम शुरू हो जाएगा.

एनपीआर ऑपरेशन पर कैबिनेट की मंजूरी के बाद भाजपा के पूर्व मंत्री कालूलाल गुर्जर ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में बताया, कि केंद्रीय कैबिनेट ने एनपीआर को मंजूरी दे दी है. इसमें दो मुख्य बिंदु हैं एक तो नेशनल रजिस्टर बनाया जा रहा है. इस रजिस्टर में लोगों से जानकारी के लिए ज्यादा कुछ पूछा नहीं जाएगा. सिर्फ नाम ,पता, उम्र, लिंग यह जानकारी ली जाएगी. इसके आधार पर पूरे देश में जनसंख्या की काउंटिंग होगी. जिसमें पता लग जाएगा, कि देश में किस कैटेगरी की कितनी जनसंख्या है और कितनी महिलाएं हैं, इनकी छंटनी होगी.

एनपीआर से होगा फायदा: कालूलाल गुर्जर

यह रजिस्टर बनने के बाद योजनाओं की क्रियान्विति के लिए जनसंख्या के आंकड़े योजना आयोग को दिए जाएंगे. जिसमें पता लगेगा, कि देश में वर्तमान में इतनी आबादी हो चुकी है. नीति आयोग इन आंकड़ों के आधार पर अगली पंचवर्षीय, दो वर्षीय और जो भी योजना धरातल पर लागू करनी है, उस योजना को बनाएगा.

यह भी पढ़ें : सावधान! अगर आपके पास कॉल आए 'हेलो मैं बैक से बोल रहा हूं, आपका ATM कार्ड ब्लॉक कर दिया गया है', उससे पहले जरूरी है ये खबर पढ़ लें

साथ ही इस एनपीआर को लेकर मंगलवार शाम को ही देश के गृह मंत्री अमित शाह ने स्पष्ट कहा था, कि इसमें किसी प्रकार के दस्तावेज नहीं मांगे जाएंगे, जो आपके द्वारा दस्तावेज उपलब्ध करवाए जाएंगे, उसी के आधार पर सही माना जाएगा. साथ ही 6 महीने से ज्यादा किसी स्थान पर रहने का ब्यौरा दर्ज होगा. इससे एनपीआर से आगे की जो योजना बन रही है, उन योजनाओं को कंप्लीट करने के लिए यह एनपीआर लागू किया गया है. इसमें आलोचना करने की कोई भी बात नहीं है, फिर भी अगर कहीं राजनीतिक दल आलोचना करता है तो अलग बात है.

भीलवाड़ा. नागरिक संशोधन एक्ट बिल पास होने के बाद देशभर में हंगामे के बीच मंगलवार को केंद्रीय कैबिनेट ने राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर यानि एनपीआर अपडेट करने की मंजूरी दे दी है. राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर अपडेट होने के बाद अगले साल अप्रैल महीने से अपडेट करने का काम शुरू हो जाएगा.

एनपीआर ऑपरेशन पर कैबिनेट की मंजूरी के बाद भाजपा के पूर्व मंत्री कालूलाल गुर्जर ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में बताया, कि केंद्रीय कैबिनेट ने एनपीआर को मंजूरी दे दी है. इसमें दो मुख्य बिंदु हैं एक तो नेशनल रजिस्टर बनाया जा रहा है. इस रजिस्टर में लोगों से जानकारी के लिए ज्यादा कुछ पूछा नहीं जाएगा. सिर्फ नाम ,पता, उम्र, लिंग यह जानकारी ली जाएगी. इसके आधार पर पूरे देश में जनसंख्या की काउंटिंग होगी. जिसमें पता लग जाएगा, कि देश में किस कैटेगरी की कितनी जनसंख्या है और कितनी महिलाएं हैं, इनकी छंटनी होगी.

एनपीआर से होगा फायदा: कालूलाल गुर्जर

यह रजिस्टर बनने के बाद योजनाओं की क्रियान्विति के लिए जनसंख्या के आंकड़े योजना आयोग को दिए जाएंगे. जिसमें पता लगेगा, कि देश में वर्तमान में इतनी आबादी हो चुकी है. नीति आयोग इन आंकड़ों के आधार पर अगली पंचवर्षीय, दो वर्षीय और जो भी योजना धरातल पर लागू करनी है, उस योजना को बनाएगा.

यह भी पढ़ें : सावधान! अगर आपके पास कॉल आए 'हेलो मैं बैक से बोल रहा हूं, आपका ATM कार्ड ब्लॉक कर दिया गया है', उससे पहले जरूरी है ये खबर पढ़ लें

साथ ही इस एनपीआर को लेकर मंगलवार शाम को ही देश के गृह मंत्री अमित शाह ने स्पष्ट कहा था, कि इसमें किसी प्रकार के दस्तावेज नहीं मांगे जाएंगे, जो आपके द्वारा दस्तावेज उपलब्ध करवाए जाएंगे, उसी के आधार पर सही माना जाएगा. साथ ही 6 महीने से ज्यादा किसी स्थान पर रहने का ब्यौरा दर्ज होगा. इससे एनपीआर से आगे की जो योजना बन रही है, उन योजनाओं को कंप्लीट करने के लिए यह एनपीआर लागू किया गया है. इसमें आलोचना करने की कोई भी बात नहीं है, फिर भी अगर कहीं राजनीतिक दल आलोचना करता है तो अलग बात है.

Intro:भीलवाड़ा - केंद्रीय कैबिनेट द्वारा मंगलवार को राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर को अपडेट करने को मंजूरी दे दी है। अगले वर्ष अप्रैल से होने वाले एनपीआर अपडेशन के लिए इस को मंजूरी मिली है। मंजूरी मिलने पर भाजपा के पूर्व मंत्री कालूलाल गुर्जर ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए कहा कि इससे आंकड़ों के आधार पर योजना आयोग अगली योजना बनाएगा।


Body:नागरिक संशोधन एक्ट बिल पास होने के बाद देशभर में हंगामे के बीच मंगलवार को केंद्रीय कैबिनेट ने राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर एनपीआर अपडेट करने को मंजूरी दे दी है। राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर अपडेट होने के बाद अप्रैल महा से अपडेशन शुरू हो जाएगा।

एनपीआर अपडेशन पर केबिनेट की मंजुरी के बाद भाजपा के पूर्व मंत्री कालूलाल गुर्जर ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए कहा कि केंद्रीय कैबिनेट ने एनपीआर को मंजूरी दे दी है। इसमें दो मुख्य बिंदु है एक तो नेशनल रजिस्टर बनाया जा रहा है। इस रजिस्टर में आदमी से जानकारी के लिए ज्यादा कुछ पूछा नहीं जाएगा सिर्फ नाम ,पता, उम्र, लिंग यह जानकारी ली जाएगी। इसके आधार पर जनसंख्या की पूरे देश में काउंटिंग होगी ।जिसमें पता लग जाएगा कि देश में किस कैटेगरी की कितनी जनसंख्या है ओर कितनी महिलाएं हैं। इनकी छटनी होगी। यह रजिस्टर बनने के बाद योजनाओं की क्रियान्विति के लिए जनसंख्या के आंकड़े योजना आयोग को दिए जाएंगे। कि देश में वर्तमान में इतनी आबादी हो चुकी है जहां योजना आयोग इन आंकड़ों के आधार पर अगली पंचवर्षीय ,दि वर्षीय और जो भी योजना धरातल पर योजना लागू करनी है उस योजना को बनाएगा।
साथ ही इस एनपीआर को लेकर मंगलवार शाम को ही देश के गृह मंत्री अमित शाह ने स्पष्ट कहा था कि इसमें किसी प्रकार के दस्तावेज नहीं मांगे जाएंगे जो आपके द्वारा दस्तावेज उपलब्ध करवाए जाएंगे उसी के आधार पर सही माना जाएगा। साथ ही 6 माह से ज्यादा किसी स्थान पर रहने का ब्यौरा दर्ज होगा ।इससे एनपीआर से आगे की जो योजना बन रही है ।उन योजनाओं को कंप्लीट करने के लिए यह एनपीआर लागू किया है। फिर इसमें आलोचना करने की कोई भी बात नहीं है फिर भी अगर कहीं राजनीतिक दल आलोचना करता है तो अलग बात है।

अब देखना यह होगा कि सीएए के बाद एनपीआर की मंजूरी के बाद देश में अन्य राजनीतिक दल अपनी राजनीति के लिए आलोचना करते हैं या नहीं ।

सोमदत्त त्रिपाठी ईटीवी भारत भीलवाड़ा

वाइट- कालू लाल गुर्जर
पूर्व मंत्री राजस्थान सरकार


Conclusion:
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