भीलवाड़ा. कोरोना के बढ़ते मामलों पर रोकथाम के लिए जिला कलेक्टर ने धर्मगुरुओं और स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों के साथ की बैठक. बैठक में सभी धर्म गुरुओं से अपील की कि कोरोना जैसी महामारी में पूर्व की तरह साथ दें, जिससे भीलवाड़ा जिले में कोरोना संक्रमण नहीं बढे़ भीड़-भाड़ होने वाली कुछ चुनिंदा जगहों में से एक धार्मिक स्थान भी है, धार्मिक स्थानों पर भीड़ नहों होने दें. बगैर मास्क के प्रवेश नहीं दें और पर्याप्त मात्रा में मास्क और सैनिटाइजर रखे, यह बात भीलवाड़ा जिला कलेक्टर शिवप्रसाद एम नकाते ने कलेक्ट्रेट सभागार में धर्मगुरुओं, स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों के साथ बैठक में कही.
जिला कलेक्टर ने कहा कि जिले में कोविड गाइडलाइन तोड़ने और मास्क नहीं लगाने की वजह से कोरोना के प्रकरणों में वापस इजाफा हो रहा है. इन पर रोक लगाने के लिए प्रशासन द्वारा निरंतर अपील, समझाइश और जुर्माना भी लगाया जा रहा है. बैठक में सभी धर्मगुरुओं, स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने कोरोना के बढ़ते प्रकरणों पर रोकथाम के लिए सख्ती करने के लिए जिला कलेक्टर को सहमति जताई और सहयोग करने का विश्वास दिलाया. नकाते ने बैठक में मौजूद संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि वापस लॉकडाउन वाली स्थितियां पैदा नहीं हो, इसके लिए पूरे शहर में ड्रोन से नजर रखी जाए और बिना अनुमति के सार्वजनिक कार्यक्रम करने वालों और भीड़भाड़ करने वाले मैरिज गार्डन, होटलों पर भी भारी जुर्माना कर सीज करने की कार्रवाई की जाए.
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बैठक में सभी धर्मगुरुओं और स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने भी अपने विचार प्रकट किए और प्रशासन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर साथ देने का भरोसा भी दिलाया. नकाते ने कोरोना के दौरान धर्मगुरुओं और स्वयंसेवी संस्थाओं के द्वारा किए गए कार्यों की सराहना की और कोरोना की जंग में साथ देने को आभार प्रकट किया. बैठक में भीलवाड़ा उपखंड अधिकारी ओमप्रभा, भीलवाड़ा जिला चिकित्सा अधिकारी मुश्ताक खान ने बताया कि जिला कलेक्टर के निर्देशानुसार भीलवाड़ा शहर को 12 जोन में बांट दिया गया है और अलग-अलग टीमें बनाकर लापरवाही करने वालों पर आगे भी सख्त कार्रवाई की जाएगी.