भीलवाड़ा. जिले में खरीफ की फसल समेटने के बाद किसान अब रबी की फसल के लिए खेत में जुट गए हैं. बता दें कि किसानों को इस बार खरीफ की फसल में उपज ज्यादा नहीं होने के कारण अब रबी की फसल में अधिक उपज होने की उम्मीद है.
भीलवाड़ा कृषि विभाग ने भी रबी की फसल की बुवाई को लेकर समस्त तैयारियां पूरी कर ली हैं. भीलवाड़ा कृषि विभाग के उपनिदेशक रामपाल खटीक ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि जिले में नवंबर के पहले दूसरे सप्ताह में बांध और तालाबों से पानी छोड़ा जाएगा. जिससे सिंचाई कर किसान रबी की फसल बोना शुरु करेंगे.
उन्होंने बताया कि इस बार मानसून की अच्छी बरसात होने के कारण जिले में बुवाई का लक्ष्य भी अधिक रखा गया है. किसान विभिन्न किस्म की फसल बोयेगा. जिसमें गेहूं, जौ, तारामीरा, सरसों और चने की फरले शामिल होंगी. इस बार 3 लाख 61 हजार हेक्टेयर भूमि में रबी की फसल की बुवाई का लक्ष्य रखा गया है. जिसमें से 15 हजार हैक्टेयर भूमि में सरसों की फसल का लक्ष्य रखा गया था जो लगभग पूरा हो चुका है. वहीं 45 हजार हेक्टेयर भुमि में चने की फसल की बुवाई का लक्ष्य रखा है.
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बता दें कि जिले में किसानों को 5000 टन चने का बीज उपलब्ध करवाया गया है. जिसमें सहकारी समिति के माध्यम से 35 रुपए प्रति किलो के भाव से किसानों को चने का बीज वितरण किया गया है. हाल ही में इस लक्ष्य को बढ़ाने के लिए सरकार ने 1500 टन चने का बीज और उपलब्ध करवाया है जो इसी सप्ताह किसानों को वितरण किया जाएगा.
उन्होंने बताया कि1 लाख 31 हजार हैक्टेयर भूमि में गेहूं की बुवाई का लक्ष्य रखा है, जो नवंबर माह में हो जाएगी. उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि इस बार मानसून की अच्छी बरसात के कारण जिले में रबी की फसल की बुवाई का लक्ष्य गत वर्ष की तुलना में बढ़ सकता है.