भरतपुर. हर राजनीतिक दल सत्ता में आने से पहले 24 घंटे बिजली पानी सहित अन्य सुविधाएं जनता ये लिए मुहैया करवाने की बात कहता है, लेकिन जब सत्ता में आ जाते हैं तो जनता की समस्याओं का समाधान नहीं करते. लोगों को रोजमर्रा की सुविधाओं के लिए प्रदर्शन करना पड़ता है. भरतपुर जिले के खेरली गड़ासिया गांव में ग्रामीण बिजली नहीं मिलने के कारण कड़ाके की सर्दी में जीएसएस के बाहर धरना देकर बैठे है. ग्रामीणों को जीएसएस के बाहर बैठे हुए करीब 36 घंटे बीत चुके हैं, लेकिन अधिकारी उनकी सुनने के लिए तक तैयार नही हैं.
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वहीं, ग्रामीणों का आरोप है कि जब वो बिजली विभाग के अधिकारियों के पास जाते है तो अधिकारी उनसे अपशब्द बोलते हैं और बिना शिकायत सुने ही उन्हें भगा देते हैं. ग्रामीणों का कहना है कि बिजली नहीं आने के कारण किसान उनके खेतो में पानी नहीं लग पा रहा है, जिसके कारण उनकी खेती सूख रही है. 6 घंटे बिजली की जगह सिर्फ 2 घंटे बिजली आ रही है.
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वहीं, ग्रामीणों की मांग है कि उन्हें खेती के लिए 18 घंटे सिंगल फेस चाहिए और 6 घंटे थ्री फेस चाहिए. साथ ही दिन में लाइट चाहिए, जिससे किसान अपने खेतों में पानी दे सकें. किसानों का आरोप है कि जब वो बिजली विभाग के अधिकारियों के पास अपनी समस्या लेकर जाते हैं तो अधिकारी उन्हें अपशब्द कहते हैं. ग्रामीणों ने अधिकारियों की मनमानी से तंग आकर जीएसएस ये बाहर धरना दिया है. जीएसएस के बाहर धरना देते हुए काफी समय बीत चुका है, लेकिन अधिकारियों के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही है.