भरतपुर. बाबा विजय दास के आत्मदाह की आग ठंडी पड़ती नजर नहीं आ रही. अब बाबा गोपेश्वर ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से राज्यमंत्री जाहिदा और भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई कर उन्हें हटाने की मांग की है. साथ ही आदिबद्री धाम और कनकांचल क्षेत्र से जल्द क्रेशरों की हटाने की मांग (Saints Movement Against Illegal Mining) करते हुए चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही कार्रवाई नहीं की गई तो साधु-संत जयपुर पहुंच कर आंदोलन और आत्मदाह करेंगे.
दर्ज कराएंगे हत्या का मामला : बाबा गोपेश्वर ने कहा कि सरकार दमन की नीति अपना रही है. गांव के लोगों को बरगला कर उनसे बयानबाजी करा रहे हैं. बाबा गोपेश्वर ने कहा कि साधु-संत लंबे समय से क्षेत्र में खनन के खिलाफ (Allegation on Gehlot Government) आंदोलन कर रहे थे, लेकिन सरकार ने एक नहीं सुनी और जब बाबा विजयदास ने आत्मदाह कर लिया तो 24 घंटे में ही सरकार ने मांग मानते हुए नोटिफिकेशन जारी कर दिया. यदि सरकार ने समय रहते मांग मान ली होती तो बाबा विजय दास को आत्मदाह नहीं करना पड़ता. राधा कांत शास्त्री ने बताया कि मंगलवार को दोपहर बाद खोह थाने में राजस्थान सरकार और भ्रष्ट प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कराया जाएगा.
राज्यमंत्री और भ्रष्ट अधिकारियों को बर्खास्त करें : बाबा गोपेश्वर ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मांग करते हुए कहा कि आप के स्थानीय नेताओं और अधिकारियों ने आपको अंधेरे में रखा. राज्यमंत्री जाहिदा खान और स्थानीय अधिकारियों की मिलीभगत से अवैध खनन चलता रहा. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सहमति के बावजूद 9 माह तक वन क्षेत्र में शामिल होने के लिए नोटिफिकेशन जारी नहीं हो सका. बाबा गोपेश्वर ने राज्यमंत्री जाहिदा खान और भ्रष्ट अधिकारियों को बर्खास्त कर (Demanding Termination of Mining Activities) जेल में डालने की मांग की है. साथ ही सीबीआई जांच कराने की मांग भी की है.
बाबा गोपेश्वर ने कहा कि क्षेत्र में खनन कार्य तो बंद हो गया है, लेकिन अभी तक क्रेशरों को नहीं हटाया गया है. इसलिए क्षेत्र से जल्द क्रेशरों को हटाकर क्षेत्र को व्यवस्थित किया जाए. यदि ऐसा नहीं हुआ तो बड़ी संख्या में संत जयपुर पहुंच कर (Baba Gopeshwar Warned Gehlot Government) आंदोलन करेंगे और आत्मदाह की बात फिर होगी. क्योंकि हमारा एक संत आपके पाप के कारण मारा गया.